तुर्की में इस्तांबुल के एक ऐतिहासिक केंद्र के पास पुलिस की बस को निशाना बनाकर किए गए एक कार बम विस्फोट में सात अधिकारियों और चार नागरिकों की मौत हो गई. देश के सबसे बड़े शहर में यह ताजा हमला है.
इस्तांबुल के गवर्नर वासिप शाहीन ने तुर्किश टेलीविजन को बताया कि दंगा रोधी पुलिस बल को ले जा रही बस को निशाना बनाकर उस वक्त विस्फोट किया गया, जब वह इस्तांबुल के बेयाजित जिले से गुजर रही थी.
उन्होंने बताया कि विस्फोट में 36 लोग घायल हुए हैं और इनमें तीन की हालत गंभीर है. हमले की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन राष्ट्रपति रिसेप तायिप एर्दोगन ने संकेत दिया कि हमले में प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) का हाथ हो सकता है.
राष्ट्रपति ने अस्पताल में घायलों को देखने के बाद कहा कि पीकेके के लिए इस्तांबुल जैसे बड़े शहरों को निशाना बनाना नयी बात नहीं है. एर्दोगन ने कहा कि वे अंत तक आतंकवादियों से लड़ेंगे. बाद में उनके कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि एर्दोगन ने संकल्प लिया कि दोषियों को रक्तपात की कीमत चुकानी होगी.
कुर्द उग्रवादी तुर्की के सुरक्षाबलों को बार- बार निशाना बनाते रहे हैं. इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी भी पिछले साल तुर्की के शहरों में कई हमले कर चुके हैं. खबरों में कहा गया है कि विस्फोट वेजनेसिलर मेट्रो स्टेशन के निकट हुआ. यह स्थान कुछ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों से चंद कदम की दूरी पर है, जिनमें सुलेमानिया मस्जिद भी शामिल है.
सुरक्षा संबंधी सावधानी बरतते हुए मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. विस्फोट से पुलिस बस के परखचे उड़ गए और निकट की दुकानों की खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं. खबरों में कहा गया कि इसके बाद गोलीबारी की आवाज भी सुनी गई. सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.