करीब सप्ताह भर पहले राजस्थान में जब पहली चोटी कटी तब चुटकुले बने. फिर चोटी काटने वाला कई जिलों की यात्रा कर आया तब लोगों की आंखें चमकीं. अगले दिन जब चोटी काटने वाले ने सूबे की सरहदें लांघनी शुरू कर दीं तो घटना समाचार बनी और अब पिछले दो तीन दिनों से चोटी काट ले जाने की खबर एक गूढ़ पहेली बनी हुई है.
रुड़की के पास गंगनहर कोतवाली इलाके में दिलशाना अपने पति के साथ घर बैठे चोटी काटने की खबर देख रही थी. दिलचस्प तो ये कि गालिब के कहे...कहीं ऐसा न हो यूं ही वही काफिर सनम निकले...वाले अंदाज में दिलशाना की चोटी कट गई. टीवी देखते हुए वो उठ कर दूसरे कमरे में गई थी कि चोटी चली गई. दिलशाना जोर से चिल्लाई.
सभी कमरे से दौड़ कर उसके पास आए, लेकिन दिलशाला की चोटी तो जा चुकी थी. वो कमरे में बेहोश पड़ी थी. उत्तराखंड में पहली चोटी कटी तो पुलिस भी आ पहुंची. लेकिन पुलिस के हाथ पांव फूले हुए हैं कि मिस्टर इंडिया की तरह अदृश्य रहकर चोटी काटने वाले को धरें तो कैसे. बात सिर्फ रुड़की तक की नहीं है. उधम सिंह में भी उधम मचा है.
ऊधम सिंह नगर के रुद्रपुर ट्रांजिट कैंप में महिला घर के दरवाजे पर बैठी हुई थी कि अचानक उसकी चोटी कट कर सामने गिर गई. चोटी कटी तो महिला पछाड़ खाकर गिर गई. लोग बाग जुटने लगे महिला का अस्पताल ले जाना पड़ा. लेकिन इस घटना के बाद लोगो का तंत्र मंत्र चालू हो गया. सभी अपने अपने घरों को टोटकों से अभिमंत्रित करने लगे.
अब जरा पहाड़ से नीचे उतर कर देखिए. हरदोई जिले के शहरी इलाके में बंद कमरे में पति और बच्चों के साथ सो रही महिला की चोटी कट गई. ताज्जुब है कि बंद कमरे तक में चोटी कट रही है. चोटी कट जाने के बाद महिला ने शोर मचाया तो बेटी दौड़ कर आई. उसने देखा कि मां की चोटी कट गई है पूरा मुहल्ला जुट गया. पुलिस वाले पहुंच गए.
महिला की हालत देख कर सभी पस्त थे. हरदोई में चोटी काट कर ले जाने की घटना से कोहराम मचा हुआ है. हरदोई से फतेहपुर आइये. फतेहपुर के हनुमानगढ़ी गांव में महिला अपने बच्चों को खाना खिला रही थी कि अचानक बेहोश हो गई. महिला को बेहोश देखकर घर वालों ने उसे उठाया. महिला को उठाया गया तो उसकी चोटी कटी हुई मिली.
हैरत की बात ये है कि चोटी काटने की घटना गांव, कस्बे या कस्बाई मिजाज के शहरों में हो रही है. दिल्ली में भी ये घटना हुई लेकिन यहां भी इलाका कुछ इसी तरह का था. बड़े शहरों के बड़े मुहल्ले चोटी कट जाने के आतंक से बचे हुए हैं. बालों के ऐसे कटे गुच्छे अब आम होते जा रहे हैं. शहर बढ़ते जा रहे है जिनके साथ बढ़ता जा रहा है खौफ.
शहर बदल जाते हैं. प्रदेश बदल जाते हैं. लेकिन नहीं खत्म हो रहा तो चोटी काटने का सिलसिला. यूपी, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के बाद अब पंजाब में महिलाओं की चोटी कटनी शुरू हो गई हैं. पंजाब में भी चोटी काटने का मामला अब सिर्फ एक शहर तक सीमित नहीं हैं. लुधियाना की तरह होशियारपुर में भी चोटी काटने की वारदात सामने आई है.
चोटी काटने वाले ने पुलिस की मुश्किलें भी बढ़ा रखी हैं. अफवाहों का बाजार गर्म हैं. आखिर कौन है जो बाल काट रहा हैं. इस चोटी को महिलाओं का अहम श्रंगार माना जाता हैं. कोई उसका ही दुश्मन बन बैठा है. ये साजिश है या शरारत. वारदातें बढ़ती जा रही हैं. इसके साथ ही मामला गंभीर होता जा रहा है. देखना दिलचस्प होगा कि खुलासा कब होता है.