बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) पेपर लीक मामले में आयोग के चेयरमैन सुधीर कुमार को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. सुधीर कुमार के साथ-साथ उनकी पत्नी, भाई, भांजे समेत 6 लोगों को पटना स्थित बेऊर जेल भेज दिया गया है. इस मामले में अभी तक कुल 30 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के घर शुक्रवार रात करीब 11 बजे सभी आरोपियों की पेशी की गई. जिसके बाद सुधीर कुमार समेत 6 लोगों को बेउर जेल भेज दिया गया. जेल जाने वालों में उनकी पत्नी मंजू देवी, भाई अवधेश कुमार, भांजा आशीष कुमार, सज्जाद अहमद और आईटी मैनेजर निति रंजन प्रताप हैं. पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी को पता चला था कि वरिष्ठ आईएएस सुधीर कुमार की बहू और भांजा भी इस बार की परीक्षा दे रहे थे.
व्हाट्सएप ने किया पेपर लीक का खुलासा
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब बिहार कर्मचारी चयन आयोग का पेपर व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था. 8 फरवरी को बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा थी. प्रश्नपत्र लीक हुआ और व्हाट्सएप पर वायरल हो गया, जैसे ही पेपर लीक के सबूत मिले परीक्षा रद्द कर दी गई. पटना के एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया, अहमदाबाद स्थित जिस प्रिंटिंग प्रेस में प्रश्नपत्र छपा था उसके मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया था.
एसआईटी टीम को ऐसे मिली सफलता
एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में एसआईटी टीम ने इस केस की बारीकी से जांच की और वह हर कड़ी को जोड़ते हुए आगे बढ़ रहे थे. जांच के दौरान कड़ी दर कड़ी जुड़ती चली गई. जिसमें पता चला कि सुधीर कुमार की बहू और भांजा भी इस बार परीक्षा दे रहे थे. एसआईटी को शक है कि उन्हें मदद पहुंचाने के लिए प्रश्नपत्र लीक किया गया था. सारी कड़ियां जब आपस में जुड़ गईं तो आखिरकार आईएएस सुधीर कुमार और उनके रिश्तेदारों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया. सुधीर कुमार को झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार कर पटना लाया गया.
1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं सुधीर कुमार
बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह राज्य में कई अहम पदों पर रह चुके हैं. शुक्रवार को उनकी गिरफ्तारी की खबर के बाद राज्य की आईएएस लॉबी में हलचल तेज हो गई. आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव अंजनी सिंह के आवास पर पहुंचे. बैठक के बाद आईएएस एसोसिएशन के सदस्यों ने सीएम नीतीश कुमार से भी मुलाकात करने की बात कही. एसोसिएशन ने सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का पुरजोर विरोध किया. परिवार के लोग भी उनके निर्दोष होने की बात कह रहे हैं. एसआईटी अब सुधीर को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. बताते चलें कि एसआईटी इससे पहले भी उनसे दो बार पूछताछ कर चुकी है.
बिहार को बदनाम कर रहे हैं लोग
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बारे में कहा कि बिहार में कानून का राज है. लोग बिहार को सिर्फ बदनाम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने टॉपर घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि उस घोटाले में सभी दोषी जेल गए थे. अब बीएसएससी का पेपर लीक मामला सामने आया है. इसमें भी किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
राजनीतिक दल आंदोलन की चेतावनी दे रहे थे
पटना के 72 केंद्रों के अलावा बिहार के 742 केंद्रों पर बीएसएससी की परीक्षा आयोजित की गई थी. कुछ प्रमुख राजनीतिक दल इसे लेकर आंदोलन की चेतावनी दे रहे थे. हाल ही में गुस्साए आईसा और एबीवीपी छात्रों ने आयोग के दफ्तर में जमकर हंगामा किया था और आयोग के सचिव परमेश्वर राम और उनके पीए की जमकर पिटाई कर दी थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट मीटिंग में इस परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया था.