बुलंदशहर हिंसा में आरोपी नंबर 11 जितेंद्र मलिक यानी जीतू फौजी को सेना की टीम लेकर जम्मू-कश्मीर से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी है. जीतू को यूपी लेकर आ रही टीम के साथ सेना का एक मेजर भी मौजूद है.
इस बीच, सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा है कि यदि जितेंद्र मलिक के खिलाफ कोई सबूत पाया जाता है और पुलिस उसे संदिग्ध मानती है तो हम उसे पुलिस के समक्ष पेश करेंगे. हम इस मामले में पुलिस की पूरी मदद करेंगे.
Army Chief General Bipin Rawat when asked if there is any update on Army soldier Jitendra Malik, a suspect in #BulandshahrViolence: If there is some evidence and police feels that they suspect him, then we will produce him before them. We will fully cooperate with police. pic.twitter.com/3kInwYaIoW
— ANI (@ANI) December 8, 2018
बता दें कि सेना ने अभी तक यूपी पुलिस को जीतू को हैंडओवर नहीं किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक सेना यूपी में ही जीतू फौजी को राज्य पुलिस के हवाले करेगी. यूपी एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक सेना के अफसरों का कहना है कि घाटी में जवानों पर हमला हो रहा है. लिहाजा पुलिस के साथ आर्मी की टीम भी आरोपी को घाटी से बाहर निकालेगी.
बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और पुलिस पर हमला करने के मामले में दर्ज एफआईआर में जीतू फौजी का नाम भी शामिल है. जीतू फौजी जम्मू-कश्मीर में सेना में सिपाही के पद पर तैनात है. पुलिस को कुछ आरोपियों से पूछताछ में पता चला था कि गोली जीतू फौजी ने चलाई थी.
जीतू जम्मू-कश्मीर के सोपोर में आर्मी की 22 राजस्थान राइफल्स में तैनात है. शुक्रवार रात से बुलंदशहर पुलिस के साथ यूपी एसटीएफ की टीम जम्मू-कश्मीर में है. आर्मी यूपी एसटीएफ को पूरा सहयोग कर रही है. जीतू को आर्मी पुलिस टीम को सौंपेगी और साथ में ही लेकर बुलंदशहर पहुंचेगी.
बता दें कि जीतू का एफआईआर में नाम दर्ज है. पूछताछ में ही इस बात का खुलासा होगा कि इंस्पेक्टर को गोली जीतू फौजी ने ही चलाई या किसी और ने. माना जा रहा है कि रविवार को आर्मी आरोपी को यूपी पुलिस को हैंडओवर करेगी.