बुलंदशहर हिंसा मामले में विशेष जांच टीम (SIT) ने अपनी तफ्तीश पूरी कर ली है. जांच में यह सामने आया है कि हिंसा के पहले गोकशी की गई थी और इसके आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
बीते 3 दिसंबर को बुलंदशहर जिले के स्याना क्षेत्र में भड़की हिंसा में एक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और युवा सुमित की मौत हो गई थी. यह हिंसा गोकशी की घटना के बाद हुई थी. स्याना क्षेत्र के एक गांव के खेत में प्रतिबंधित पशु कटे हुए पाए गए थे, जिसकी शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. घटना के तुरंत बाद इलाके के तीन गांव के लोग इकट्ठा होकर चिंगरावठी चौकी पहुंचे थे.
चौकी के बाहर भीड़ और पुलिस के बीच खूनी संघर्ष देखने को मिला था, जिसमें गोली लगने से इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत हो गई थी और भीड़ का हिस्सा रहे सुमित की भी गोली लगने से मौत हो गई थी.
इस हिंसा में पुलिस चौकी को भी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था, साथ ही वाहनों में आग लगा दी थी. इस घटना के बाद दो एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें एक मामला गोकशी से जुड़ा है और दूसरा हिंसा का है. सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी ने गोकशी वाले केस की जांच पूरी कर ली है, जिसमें पाया गया है कि वहां गोकशी की गई थी.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने गोकशी के लिए एक गिरोह को जिम्मेदार माना है. सूत्रों के मुताबिक, इस गोकशी के लिए एक गिरोह जिम्मेदार है, जिसके चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन चारों ने गोकशी की बात कबूल भी की है. ये सभी लोग स्याना के ही रहने वाले हैं. आरोप है कि ये लोग प्रतिबंधित गोकशी में लगे हुए थे.
पुलिस के उच्च सूत्रों के मुताबिक, साइंटिफिक एविडेंस के जरिए एसआईटी ने गोकशी करने वालो को पकड़ा है. वहीं, दूसरी तरफ हिंसा से जुड़े केस की जांच जारी है. बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों जांच पूरी होते ही पूरी रिपोर्ट सौंपी जाएगी.