गुजरात के अहमदाबाद में कर्ज के बोझ से परेशान एक कारोबारी ने मंगलवार तड़के अपने आवास पर पत्नी और दो बेटियों की गोली मारकर हत्या कर दी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि परिजनों के बीच एक बेटी को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने को लेकर बहस हो गई. इसके बाद यह घटना घटी है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.
सहायक पुलिस आयुक्त एस एन जाला ने बताया कि निर्माण कारोबार करने वाले धर्मेश शाह (50) ने पॉश जजेज बंगला क्षेत्र में ‘रतनाम टावर’ में अपने फ्लैट में लाइसेंसी पिस्तौल से पहले पत्नी अमीबेन की हत्या की, इसके बाद उसने अपनी दो बेटियों हेली (24) और खुशी (18) की गोली मारकर हत्या कर दी.
उन्होंने कहा कि इसके बाद शाह ने पुलिस नियंत्रण कक्ष और अपने रिश्तेदारों को फोन करके इस घटना के बारे में जानकारी दी. पुलिस और अन्य के मौके पर पहुंचने तक वह अपने घर में ही रहा. धर्मेश शाह का निर्माण कारोबार था. उस पर करीब 15 करोड़ रुपये का कर्ज था. परिवार को इसकी जानकारी नहीं थी.
...इधर बिहार में खत्म हो गया पूरा परिवार
बिहार में समस्तीपुर जिले के मुफिस्सल थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो बच्चों की गला घोंटकर हत्या करने के बाद खुद भी गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने चारों शवों को उनके घर से बरामद कर लिया है. पुलिस प्रथम दृष्टया डिप्रेशन में हत्या और आत्महत्या का मामला बता रही है.
पुलिस के अनुसार, बैंक ऑफ इंडिया के केवस निजामत शाखा में पीओ के पद पर कार्यरत पूजा कुमारी अपने पति रितेश कुमार और दो बच्चों के साथ आदर्श नगर में किराए के मकान में रहती थी. सोमवार की शाम तक घर का दरवाजा नहीं खुलने पर मकान मालिक ने किसी आशंका के तहत पुलिस को इसकी सूचना दी.
पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर प्रवेश किया तो घर के कमरे के पलंग पर दोनों बच्चियां श्रेया (8) और सृष्टि (10) का शव बरामद किया. दूसरे कमरे से पूजा का शव बरामद किया गया. पुलिस ने इसी कमरे से रितेश का शव पंखे से लटका हुआ बरामद किया. प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महिला और बच्चों की गला दबाकर हत्या की गई.
पुलिस उपाधीक्षक (सदर) प्रीतीश कुमार ने बताया कि मृतक रितेश 'डिप्रेशन' का शिकार था. घर से इस रोग की दवा भी बरामद की गई है. परिजनों के मुताबिक इससे पहले भी उसने आत्महत्या करने की कोशिश की थी. उन्होंने बताया कि पुलिस सभी एंगल से मामले की छानबीन कर रही है. घटनास्थल पर एफएसएल की टीम भी पहुंच गई.