यूपी के मेरठ में चुनाव से पहले बदमाशों ने सुरक्षा-व्यवस्था की पोल खोल दी है. गुरुवार की शाम एक गुटखा एजेंसी पर बदमाशों ने धावा बोलकर डाका डाला. इस दौरान विरोध करने पर ताबड़तोड़ गोलियां दागीं. इसमें एक कारोबारी के बेटे की मौत हो गई.
फायरिंग में चार अन्य लोगों को भी गोली लगी. सभी की हालत चिंताजनक है. उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वारदात के बाद गुस्साए व्यापारियों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शारदा रोड जाम कर दिया. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के शारदा रोड स्थित डॉ. गीता जैन की गली में कारोबारी सुशील वर्मा का परिवार रहता हैं. सुशील के पास एक गुटखा कंपनी की एजेंसी हैं. खैरनगर और टीपीनगर में उनका गोदाम है.
घर के पास एजेंसी का ऑफिस और यहां भी उन्होंने गोदाम बना रखा है. गुरुवार शाम सात बजे एजेंसी के ऑफिस में सुशील वर्मा अपने छोटे बेटे अभिषेक उर्फ सोंटी के साथ काम कर रहे थे. उसी समय केसरगंज के सेल्समैन रोहित और मुकेश भी सामान ले रहे थे.
सुशील के मुताबिक, तभी पांच बदमाश ऑफिस में आ गए. उनके दो साथी ऑफिस के बाहर खड़े थे. बदमाशों ने असलहा दिखाकर 60 हजार की नगदी, दो सोने की चेन और मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया. रोहित के पास से 45 हजार लूट लिए.
जान से मारने की धमकी देते हुए बदमाश ऑफिस का शटर डालकर निकल गए. तभी रोहित ने हिम्मत दिखाते हुए शटर उठाकर एक बदमाश को दबोच लिया. सुशील, सोंटी और मुकेश भी बदमाश पर टूट पड़े. बदमाश के साथियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं.
इसमें सोंटी के पेट में गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इसी बीच पास ही परचून की दुकान चलाने वाले स्वामी उमेश अग्रवाल और बर्तन विक्रेता अखिल अग्रवाल और पुजारी विनोद का भाई भी पहुंच गया.
बदमाशों की गोली से सुशील वर्मा, उमेश, अखिल और पुजारी का भाई विनोद भी घायल हो गया, जबकि रोहित और मुकेश को तमंचे की बट लगी है. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. डकैती की सीसीटीवी फुटेज निकालकर क्राइम ब्रांच और पुलिस की कई टीमें बदमाशों को तलाशने में लगा दी गई हैं.