हरिद्वार और ऋषिकेश को मोक्ष की नगरियों के तौर पर जाना जाता है. मान्यता है कि यहां पवित्र गंगा में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं. लेकिन इसी पुण्य की भूमि पर नोटबंदी के बाद आश्रमों और ट्रस्टों के जरिए नोटों की अदला-बदली से काले धन को सफेद बनाने का गोरखधंधा भी जारी है.
आजतक/इंडिया टुडे की विशेष जांच टीम ने अपनी तहकीकात से पता लगाया कि कैसे कुछ आश्रमों और ट्रस्टों के कर्ताधर्ता जुगाड़ के जरिए अवैध नोटों को वैध नोटों में बदलने के लिए तैयार दिखे. बता दें कि आजतक/इंडिया टुडे ने 8 नवंबर को नोटबंदी शुरू होने के बाद से ही नोटों के जुगाड़ तंत्र के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है.
इसी मुहिम के तहत अंडर कवर रिपोटर ने हरिद्वार और ऋषिकेश का रुख किया. ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के पास सच्चा धाम आश्रम में सबसे पहले सेवादार भूप सिंह से मुलाकात हुई. भूप सिंह से रिपोर्टर ने एक करोड़ रुपए की काल्पनिक रकम को बदलवाने की बात कही. भूप सिंह ने आगे बात करने के लिए आश्रम के मैनेजर रमेश से मिलवाया. भूप सिंह ने रिपोर्टर को रमेश के कमरे में पहुंचा कर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया.
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रमेश ने सीधे मुद्दे की बात पर आते हुए कहा कि हर तरह का काम हो जाएगा लेकिन हर काम की उसके हिसाब से कमीशन होगी. रमेश ने ये दावा भी किया कि एक जानकार के पास ऐसा खाता भी है जिसके जरिए बड़ी आसानी से काले धन को लेकर RTGS के जरिए भुगतान कर दिया जाएगा.
रिपोर्टर- आरटीजीएस हो जाएगा.
रमेश- आरटीजीएस हो जाएगा. उस अकॉउंट से कोई दिकक्त नहीं होगी.
रिपोर्टर- पूरा एक करोड़ हो जाएगा।
रमेश- हां हो जाएगा. एक आप देंगे तो उसमें कुछ कमीशन भी लेंगे.
रिपोर्टर- हां, कितना कमिशन लेंगे.
रमेश- कमीशन...अभी यहां का रेट 30 और 5 का है.
रिपोर्टर- 30 और 5 मतलब.
रमेश- 30 तो वो रखेंगे और 5 बीच वालों के लिए है.
रिपोर्टर- अच्छा, ठीक है।
रमेश ने ये दावा भी किया कि उसके कनेक्शन हरिद्वार से लेकर दिल्ली तक हैं. रमेश ने 2000 और 500 के नए नोटों में भुगतान के लिए 45 फीसदी कमीशन की मांग की. रमेश ने कहा कि अगर आप एक करोड़ रुपए देंगे तो आपको 55 लाख वापस मिलेंगे.
जब रमेश से अंडर कवर रिपोर्टर की बात चल रही थी, तभी रमेश के पास एक फोन आया. रमेश की ओर से बिना किसी हिचक फोन पर भी काले धन को सफेद करने की ऑफर दी जाने लगी. रमेश ने फोन पर ही दिल्ली, आगरा और हरिद्वार में अपने काले धन के कनेक्शन को लेकर बात करना शुरू कर दिया. रमेश ने कहा- हमारे दिल्ली, आगरा और हरिद्वार में कनेक्शन है. हरिद्वार वाला व्यक्ति RTGS करेगा. वो 10-20 फीसदी पर कर देगा.
रमेश ने फिर अंडर कवर रिपोर्टर को अपने एक सहयोगी आर त्यागी से बात कराई. रिटायर्ड पुलिस अधिकारी त्यागी ने एक ही रात में एक करोड़ रुपए को 2000 के नए नोटों में बदलने का दावा किया.
त्यागी- आरटीजीएस लेना चाहते हो या या कैश लेना चाहते हो?
रिपोर्टर- कैश दिलवा दीजिए.
त्यागी- कैश ले लो आप. दो हजार के मिल जाएंगे, 500 के भी कोशिश करेंगे. नई करेंसी दिलवा देंगे आपको.
रिपोर्टर- नई करेंसी.
त्यागी- दो हजार के. अभी कुछ ये भी हो रहा है 100-50 के नोट भी बंद करवा दे, क्योकि कुछ पता नही है कब क्या रुल आ जाए। 100 के करवा लेंगे तो फिर आपके लिए समस्या खड़ी हो जाएगी.
त्यागी से जब पूछा गया कि बैंकों से कैश का कैसे इंतजाम किया जाएगा तो जवाब मिला- आम लोगों को नहीं मिल रहा. लेकिन दूसरों के लिए सब हो रहा है. त्यागी ने ऐसा कह कर बैंकों में अच्छी सैटिंग होने का दावा किया.
सच्चाधाम आश्रम ऋषिकेश का इकलौता आश्रम नहीं है, जहां ये गोरखधंधा होते दिखाई दिया. सच्चाधाम आश्रम के सेवादार भूपसिंह ने ही ऋषिकेश के बाबा काली कमली वाले ट्रस्ट के मैनेजर जय प्रकाश से अंडर कवर रिपोर्टर की मुलाकात कराई. जय प्रकाश ने भी एक करोड़ रुपए के काल्पनिक काले धन को सफेद में बदलने का दावा किया. जय प्रकाश ने इसके लिए अपने निजी कनेक्शन के इस्तेमाल की बात कही. भूपसिंह ने जय प्रकाश को फोन कर सच्चा धाम आश्रम में ही बुलवा लिया था. भूपसिंह ने जय प्रकाश से कहा कि इनका काम हो जाना चाहिए जिससे कि बदले में दोनों का कुछ फायदा हो जाए.
जय प्रकाश- ये काम मैं अपने दोस्तों के जरिए करा दूंगा. कुछ दूसरे लोगों से भी कराया जाएगा. जय प्रकाश ने ट्रस्ट के लोगों को बदमाश बताते हुए उन पर भरोसा नहीं करने की बात भी कही. जय प्रकाश ने ये भी कहा कि काली कमली ट्रस्ट ने 8 नवंबर के बाद कोई भी रसीद देना बंद कर दिया है.
सच्चाधाम आश्र्म के बाद अंडर कवर रिपोर्टर ने ऋषिकेश में ही कैलाशानंद मिशन ट्रस्ट के प्रशासनिक अधिकारी कमलदीप जोशी का रुख किया. जोशी ने अपने कनेक्शन की मदद से अवैध नोटों को वैध नए नोटों में बदलने की गारंटी दी. जोशी से जब कहा गया कि 1 करोड़ की काल्पनिक राशि को जल्दी ही बदलवाना है क्योंकि समय बहुत कम है.
इस पर जोशी ने कहा कि एक करोड़ को बदलवाने की कोशिश करेंगे. 60 लाख की तो गारंटी है. बाकी 40 फीसदी के लिए भी कोशिश की जाएगी.
जोशी ने रुपयों को बदलवाने के लिए 50 फीसदी की मोटी कमीशन मांगी.
जोशी- देखो आपके पास टाईम कम है. जो आपके हाथ आ जाए वो आपका है. बाकी ये है कि ये ट्रस्ट है. बाकी हमारे हिस्से हम कितने बांट पाएंगे. 4-5 लाख बांट पाएंगे हम आपस में, 10-15 आदमी जितने भी होंगे. 50-60 लाख तक खपा देंगे.
आजतक/इंडिया टुडे के अंडर कवर रिपोर्टर ने हरिद्वार में हरिद्वार गंगा सभा के सदस्य अनुज प्रधान का रुख किया. प्रधान ने पहले पूछा कि कितनी रकम बदलवाना चाहते हैं. इस पर अंडर कवर रिपोर्टर ने दो करोड़़ रुपए की काल्पनिक रकम का हवाला दिया. प्रधान ने इसके लिए तैयार होते हुए कहा कि ट्रस्ट के जरिए तो ये नहीं होगा लेकिन कहीं और से ये काम करा दिया जाएगा.