केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के एक अधिकारी को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है. अधिकारी के साथ ही सीबीआई ने जाल बिछाकर रिश्वत की रकम के लिए मध्यस्थता करने वाले व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर दोनों आरोपियों को 6 जून तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
दरअसल, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के एक अधिकारी ने एक प्राइवेट शख्स के माध्यम से शिकायतकर्ता से 5 लाख रुपये की मांग की थी. हालांकि, पूछताछ में शख्स ने 2 लाख रुपये की रिश्वत लेने की बात कही. रिश्वत के लेनदेन की पुख्ता सूचना पर सीबीआई ने 2 जून को कार्रवाई की और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
CBI laid a trap and caught the private person accepting a bribe of Rs 2 lakh. He along with the officer were arrested and remanded to police custody till June 6. https://t.co/aDCvEHCiW3
— ANI (@ANI) June 3, 2019
जानकारी के मुताबिक, रेलवे के एक कांट्रैक्टर के कर्मचारियों की कर्मचारी भविष्य निधि (EPFO) रकम कटौती को लेकर ईपीएफओ में केस चल रहा था. इसमें ईपीएफ की राशि का कोई विवाद था, जिसके निपटारे के लिए कांट्रैक्टर ने एक प्राइवेट शख्स को केस सौंपा था. शख्स को वकील बताया जा रहा है.
मामले पर शख्स ने अधिकारी से बात की. मामले को रफा दफा करने और जांच बंद करने को लेकर दोनों के बीच पांच लाख रुपये की रिश्वत की बातचीत हुई. इस बीच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को कर्मचारियों के ईपीएफ की राशि विवाद की सूचना मिली और रिश्वत के लेनदेन की पुख्ता सूचना मिलने पर सीबीआई ने रविवार को कार्रवाई की. इस बीच शख्स ने दो लाख रुपये की राशि अधिकारी तक पहुंचाई थी. सीबीआई ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें से एक व्यक्ति मंदसौर और दूसरा उज्जैन में गिरफ्तार किया गया.