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CBSE पेपर लीक: व्हिसलब्लोअर की मदद से जांच में तेजी, ABVP से जुड़े तार

क्राइम ब्रांच की टीम आधी रात दिल्ली के प्रीत विहार स्थित सीबीएसई के मुख्यालय पहुंची और सीबीएसई की चेयरपर्सन अनीता करवाल सहित तमाम अधिकारियों से 3 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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CBSE पेपर लीक मामले में गूगल की मदद से व्हिसलब्लोअर की तलाश पूरी होने के बाद जांच ने रफ्तार पकड़ ली है. क्राइम ब्रांच की अब तक की जांच के मुताबिक, कोचिंग सेंटर के जिस संचालक को पेपर लीक करने का मुख्य आरोपी माना जा रहा है, उसके तार RSS की छात्र इकाई ABVP से जुड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किया गया कोचिंग सेंटर का संचालक ABVP का जिला संयोजक है.

इस बीच क्राइम ब्रांच की टीम आधी रात दिल्ली के प्रीत विहार स्थित सीबीएसई के मुख्यालय पहुंची और सीबीएसई की चेयरपर्सन अनीता करवाल सहित तमाम अधिकारियों से 3 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की.

इसके अलावा क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमों ने दिल्ली के बवाना, नोएडा, गाजियाबाद और बहादुरगढ़ के पास छापा मारा है. क्राइम ब्रांच की एक टीम हरियाणा में भी डेरा जमाए हुए है. अब तक सीबीएसई पेपर लीक के तार तीन राज्यों, दिल्ली, हरियाणा और झारखंड तक फैले मिले हैं.

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Google की मदद से मिला व्हिसलब्लोअर

क्राइम ब्रांच ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मेल भेज सीबीएसई को पेपर लीक होने की जानकारी दी थी, उस व्यक्ति को ढूंढ लिया गया है. गूगल से उस मेल के बारे में पूरी जानकारी मांगी गई थी, जिससे सीबीएसई को पेपर लीक की शिकायत मिली थी.

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गूगल से पूछा गया था कि वह मेल कहां से जेनरेट हुआ और कहां से वह मेल किया गया, इसके संबंध में गूगल ने सारी जानकारी मुहैया कराई. पुलिस ने बताया कि इस शख्स का बेटा खुद 10वीं का छात्र है. इस व्यक्ति को भी यह पेपर परीक्षा से पहले Whatsapp पर मिल गया था. जिसके बाद इसने सीबीएसई के चेयरमैन की ईमेल आईडी chmn_cbse@nic.in पर मेल कर पहली बार पेपर लीक के बारे में शिकायत की थी.

झारखंड-बिहार से 12 लोग गिरफ्तार

इस बीच झारखंड और बिहार से 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिनमें 9 नाबालिग हैं. नाबालिगों को हजारीबाग के बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. जबकि कोचिंग सेंटर के संचालक सहित तीन अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.

बताया जाता है कि CBSE के पेपर बिहार से लीक होकर झारखंड पहुंचा था और Whatsapp के जरिए ही भेजा गया था. चतारा के SP अखिलेश कुमार वारियर ने जांच के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है जो राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर रही है. बता दें कि चतारा के जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल देवेश नारायण ने 28 मार्च को सबसे पहले इस संबंध में चतारा सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी.

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53 स्टूडेंट्स 7 टीचर्स, 6 Whatsapp ग्रुप मेंबर्स से पूछताछ

मीडिया के साथ की बातचीत में पुलिस ने बताया कि इस बारे में 53 छात्रों, 7 शिक्षकों और और 6 व्हाट्सअप ग्रुप के एडमिन और मेंबर्स से पूछताछ की गई. आउटर दिल्ली में क्राइम ब्रांच की कई टीमें ट्यूटर्स, कोचिंग सेंटर, एग्जाम सेंटर्स, और स्कूलों पर जाने के साथ-साथ उन छात्रों के घर भी जा कर पूछताछ की, जिन्होंने WhatsApp के माध्यम से यह पेपर रिसीव किए थे. इसके अलावा पुलिस ने 50 से ज़्यादा मोबाइल ज़ब्त किए हैं.

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