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दिल्ली: आग में झुलसी महिला से अस्पताल जाकर मिलीं स्वाति मालीवाल

पीड़िता ने बताया कि उसके पति के तीनों भाइयों और उनकी पत्नियों ने उसके ऊपर मिट्टी का तेल डाल कर उसे आग के हवाले कर दिया. पीड़िता के पति की मौत 4 साल पहले ही हो गई थी.

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स्वाती मालीवाल (फाइल फोटो)
स्वाती मालीवाल (फाइल फोटो)

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दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल सफदरजंग अस्पताल में आग से झुलसी पीड़िता से मिलने पहुंची और उसका हाल-चाल जाना. वो अपनी साथी सदस्य किरण नेगी के साथ यहां पहुंची थीं. पीड़िता को उसके तीन बच्चों के सामने ही ससुराल वालों ने बेरहमी से जला दिया था. सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता 80 फीसदी तक झुलस गई है. उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.

बता दें कि पीड़िता के तीन बच्चे हैं जिनकी उम्र 3 साल, 8 साल और 9 साल है. स्वाति मालीवाल से बातचीत में पीड़िता ने बताया कि उसके पति के तीनों भाइयों और उनकी पत्नियों ने उसके ऊपर मिट्टी का तेल डाल कर उसे आग के हवाले कर दिया. पीड़िता के पति की मौत 4 साल पहले ही हो गई थी. पति की मौत के बाद ससुराल वाले उसे लगातार परेशान कर रहे थे और उस पर ससुराल छोड़ने का दबाव बना रहे थे.

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इस पूरे मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. हालांकि, पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और बाकि बचे हुए आरोपियों की तलाश में जुटी है. पीड़िता की गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस से तुरंत धारा 164 के तहत बयान दर्ज करने की मांग की है.

मीडिया को दिए बयान में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि मैं पीड़ित लड़की की हालत देखने के बाद बहुत परेशान हूं. वह बहुत दर्द से गुजर रही है और अभी जिंदगी और मौत से जूझ रही है. उसे ऐसी हालत में देखना बहुत ही दर्दनाक है. उसे अपनी बेटियों के भविष्य के साथ इस बात इस बात की भी बहुत चिंता है कि क्या उसे न्याय मिल पाएगा.

मालीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है क्योंकि हम चाहते हैं कि सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसके बयान तत्काल दर्ज किए जाएं. उसकी स्थिति बहुत चिंताजनक है और हम इसमें और देरी नहीं कर सकते. जो लोग दूसरों को इतना दर्द देते हैं, उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए. हम इस महिला की बेटियों के लिए पुलिस सुरक्षा की भी मांग करते हैं.

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