यूपी के चंदौली में एक सिरफिरे आशिक ने मामूली बात पर अपनी भाभी और उसके तीन बच्चों को ज़िंदा जला दिया. महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि तीनों मासूम जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. आरोपी हादसे के बाद से फरार है.
यह घटना जिले के बबुरी थाना क्षेत्र की है. बबुरी में रहने वाला जितेन्द्र दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है. उसकी 32 वर्षीय पत्नी पूनम तीन बच्चों के साथ गांव में ही रहती है. पुलिस के मुताबिक रिश्ते में पूनम का देवर लगने वाला व्यक्ति भगवान कुमार अक्सर उनके घर में आता जाता था. जितेंद्र के बाहर रहने की वजह से दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए थे.
शुक्रवार की शाम भगवान मौका देखकर पूनम के घर आ गया. जहां दोनों के बीच खाने को लेकर किसी बात पर कहासुनी हो गई. लेकिन उसके बाद सब सो गए. सुबह फिर इसी बात पर विवाद इतना बढ़ गया कि भगवान ने पूनम पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी. जब वह जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ी से उसके तीनों बच्चे भी आग की चपेट में आ गए.
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पूनम और उसके तीनों बच्चों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के कुछ घंटे बाद पूनम ने दम तोड़ दिया. मौत से पहले पूनम ने पुलिस को बयान दिया कि दूर के रिश्ते में देवर लगने वाले भगवान कुमार से खाने को लेकर उसका विवाद हुआ था. उसी के चलते भगवान ने उस पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी.
पूनम का इलाज करने वाले डॉ. संजय ने बताया कि पूनम 95 फीसदी जल चुकी थी इसलिए उसे बचाया नहीं जा सका. लेकिन तीनों बच्चे 5 से 10 प्रतिशत झुलसे हैं. उनकी हालत में सुधार हो रहा है. चकिया के डीएसपी राजेश तिवारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी की तलाश की जा रही है.