वर्णिका कुंडू छेड़छाड़ केस में आरोपी विकास बराला और आशीष को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
चंडीगढ़ के हाई-प्रोफाइल छेड़छाड़ केस में आरोपी विकास बराला और आशीष को इससे पहले दो दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था. इस केस की अगली सुनवाई अब 25 अगस्त को होगी. बताते चलें कि जैसे ही विकास बराला को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत की बात पता चली, वह कोर्ट रूम में ही रोने लगा. इससे पहले भी कोर्ट में पेशी के दौरान विकास डर की वजह से कांप रहा था.
क्या था मामला
चंडीगढ़ में 5 अगस्त की रात वर्णिका कुंडू नाम की लड़की के साथ विकास और उसके दोस्त आशीष ने छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया था. वह लोग गलत नीयत से वर्णिका की कार का पीछा कर रहे थे. किसी तरह वर्णिका ने पुलिस को फोन कर खुद की जान बचाई. वर्णिका कुंडू हरियाणा के वरिष्ठ IAS अफसर वीरेंद्र कुंडू की बेटी है. वर्णिका की शिकायत के बाद पुलिस ने उसी रात विकास और आशीष को गिरफ्तार कर लिया था.
संगीन धाराओं में दर्ज किया था मुकदमा
शुरूआत में तो विकास पर संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन जब पुलिस को विकास के बारे में जानकारी मिली तो पुलिस ने विकास और उसके दोस्त पर लगी संगीन धाराएं हटा लीं और अगले दिन विकास और आशीष को पुलिस स्टेशन से ही जमानत दे दी गई. इसके बाद इस मामले ने खासा तूल पकड़ लिया. आरोप सत्ताधारी पार्टी के एक रसूखदार नेता (सुभाष बराला) के बेटे पर लगा था तो जाहिर सी बात है, राजनीति तो इस मुद्दे पर गर्मानी ही थी.
विकास को बचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा
मामला मीडिया से सोशल मीडिया तक पर छा गया. देश भर से लोग वर्णिका के लिए इंसाफ की मांग करने लगे. इस मामले में विकास बराला को मुसीबत में फंसता देख उसके दोस्तों ने फेसबुक पर उसे बचाने के लिए मुहिम छेड़ दी. उसके दोस्तों ने 'जस्टिस फॉर विकास बराला' नाम से एक फेसबुक पेज बनाया है, जिसमें विकास बराला को बेगुनाह साबित करने की तमाम दलीलें दी जा रहीं हैं. इस पेज पर वर्णिका को ही गुनाहगार बताया जा रहा है. यह पेज 9 अगस्त को बनाया गया है.