छत्तीसगढ़ के कोरबा में एम्बुलेंस के जरिये गांजे की तस्करी का मामला सामने आया है. हालांकि इस मामले में अभी तक कोई भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आया. पुलिस ने एम्बुलेंस से गांजे की भारी खेप बरामद की है. जिसकी कीमत पचास लाख के आस-पास बताई जा रही है. पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है.
मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का है. जहां फर्राटे से दौड़ती हुई एक एम्बुलेंस शहर से होकर गुजरी. सड़क पर चल रहे लोगों ने एम्बुलेंस के लिए रास्ता खाली कर दिया. एम्बुलेंस तेजी से शहर के बाहर चली गई. लेकिन आउटर में एम्बुलेंस में बैठे शख्स किसी ढाबे में दारू पार्टी कर रहे थे. उनकी हरकतें संदिग्ध थीं.
किसी शख्स ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. पुलिस मौके पर जब पहुंची और एम्बुलेंस की जांच की तो पाया कि भीतर मरीज नहीं बल्कि गांजा भरा था. वो भी एक टन से ज्यादा. पुलिस के मुताबिक गांजे की अनुमानित कीमत 50 लाख से ज्यादा है. लेकिन इससे पहले ही पुलिस के आने की सूचना तस्करों को मिल गई थी. लिहाजा वे एम्बुलेंस को वहीं छोड़कर फरार हो गए.
अब पुलिस उनकी खोजबीन में जुटी है. तीन दिन बीत जाने पर भी आरोपियों का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है. पुलिस ने जब अपनी जांच पड़ताल आगे बढ़ाई तो पता चला कि आंध्र प्रदेश से आने वाले वाहनों में तस्करों ने बड़ी चालाकी से छत्तीसगढ़ की नंबर प्लेट लगा रखी थी.
यह एम्बुलेंस अक्सर उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ की प्रमुख सड़कों पर दिखाई देती थी. गांजा तस्करी में पकड़ी गई इस एम्बुलेंस पर एयरकूल्ड कार्डिएक एम्बुलेंस लिखा हुआ है. इस एम्बुलेंस के सभी शीशे कलर फिल्म वाले है. जिसकी वजह से बाहर से एम्बुलेंस के अंदर नहीं देखा जा सकता. अब पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है.