छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक शख्स ने आत्महत्या करने के लिए दोहरा प्रयास किया है. पहले प्रयास में उसने अपनी हाथ की नस काटी, जिसके बाद परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया.यहां पर भी वो शख्स नहीं माना और अस्पताल की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली.
दरअसल आत्महत्या के पहले प्रयास में उसके परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. दो दिनों तक वो अस्पताल में भर्ती रहा. उसकी सेहत में सुधार हुआ. सेहत में सुधार आने के बाद उसके परिजन भी बेफिक्र हो गए. उन्होंने अपने लाडले को समझाने बुझाने का भी प्रयास किया, ताकि आगे वो कोई ऐसा कदम न उठाए. हालात सामान्य होने पर उन्हें लगा कि उनका बेटा अब सकुशल घर लौट आएगा, लेकिन बेटे की सिर पर आत्महत्या का भूत सवार था.
अस्पताल की चौथी मंजिल से कूदा
कांकेर के सरकारी अस्पताल में मेडिकल वार्ड में भर्ती शख्स सामान्य मरीज के तौर पर अपना समय बिताते रहा. जैसे ही रात परवान चढ़ी, इस शख्स ने अपने कदम अस्पताल की ऊपरी मंजिल की ओर बढ़ा लिए. आधी रात यह शख्स अस्पताल की चौथी मंजिल पर जा पंहुचा और सीधे छलांग लगा दी.
देर रात मेडिकल स्टाफ ने जब उसे अपने बिस्तर में नहीं पाया तो उसकी खोजबीन की. लंबे समय तक यह शख्स अस्पताल के भीतर नजर नहीं आया. उसके परिजनों ने भी उसकी खोजबीन की.
इस बीच कुछ लोगों ने जब किसी शख्स की लाश देखी तो उन्होंने इसकी सूचना मेडिकल स्टाफ को दी. प्राथमिक जानकारी के बाद मालूम पड़ा कि यह शख्स करीब दो घंटे पहले अस्पताल की छत की ओर जाता हुआ दिखाई दिया. लेकिन उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि यह मरीज है और आत्महत्या के लिए जा रहा है. फ़िलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने कई गवाहों के बयान दर्ज कर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी.