छत्तीसगढ़ में एक लड़की की हत्या की गुत्थी साल भर से उलझी हुई थी, जिसे अब जाकर पुलिस सुलझाने में कामयाब हुई है. अपनी बेटी समझ परिवार वालों ने जिस लड़की का अंतिम संस्कार कर दिया था, दरअसल वह उनकी बेटी थी ही नहीं. इसका रहस्य तब खुला, जब खोई हुई उनकी बेटी सही-सलामत लौट आई.
पुलिस ने न सिर्फ अंतिम संस्कार कर दी गई लड़की के घरवालों को खोज निकाला, बल्कि उसके हत्यारे को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, यह मामला नाकाम प्रेमी द्वारा प्रेमिका की हत्या का था. लड़की की हत्या में आरोपी प्रेमी का साथ उसके भाई, भाभी और उसके एक दोस्त नानू ने भी दिया था. उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
दरअसल 12 मार्च, 2017 को धमतरी के अर्जुनी इलाके में नहर के पास एक लड़की की लावारिस लाश मिली थी. महासमुंद के एक दंपति ने लावारिस लाश के अपनी बेटी होने का दावा किया. पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों को लाश सौंप दी गई और परिवार वालों ने भी उसे अपनी बेटी समझ अंतिम संस्कार कर दिया.
लेकिन अंतिम संस्कार करने के 10वें दिन उनकी बेटी सही सलामत लौट आई. जिसे मृत समझा गया जब वह जीवित लौट आई तो पुलिस भी सकते में आ गई. अब सवाल खड़ा हुआ कि जिसका अंतिम संस्कार किया गया, आखिर वह कौन थी और उसकी हत्या किसने की.
मामले की नए सिरे जांच शुरू हुई. पुलिस टीम ने सूझ-बूझ का परिचय दिया और मृत लड़की के न सिर्फ परिजनों को खोज निकाला, बल्कि उसके कातिल तक भी पहुंच गई. मृत लड़की रायपुर की निकली.
धमतरी में नहर किनारे लड़की की लाश के पास से पुलिस को एक मोबाइल भी मिला था. पुलिस ने मोबाइल में दर्ज नंबर्स के आधार पर तफ्तीश आगे बढ़ाई. पुलिस को पता लगा कि उस मोबाइल से आखिरी कॉल किसी साहिल विश्वकर्मा को की गई थी.
साहिल से पूछताछ के बाद पुलिस ने लड़की के परिजनों का पता लगा लिया. परिजनों ने पिछले साल ही 7 मार्च को रायपुर सिटी कोतवाली थाने में अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी.
परिजनों तक पहुंचने के बाद पता चला कि वास्तव में मृत लड़की 11 महीने से गायब थी. पुलिस ने साहिल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने भी हत्या का जुर्म कुबूल कर लिया. साहिल ने बताया कि वह उस लड़की से प्रेम करता था और उससे शादी करना चाहता था. लेकिन लड़की उसकी बजाय किसी और से प्यार करती थी.
साहिल ने बताया कि उसने ही पीड़िता को सेजबहार इलाके में बुलाया था, जहां उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी. साहिल ने हत्या की बात अपने भाई, भाभी और दोस्त को बताई. फिर चारों ने मिलकर पीड़िता की लाश को मौके से उठाया और रायपुर से बाहर धमतरी ले जाकर नहर किनारे फेंक दिया.
उन्होंने ऐसा पुलिस को चकमा देने के लिए किया था. लेकिन पुलिस आखिरकार हकीकत तक पहुंचने में सफल रही. फ़िलहाल आरोपी, उसका भाई और भाभी समेत उसके दोस्त नानू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.