छत्तीसगढ़ के एक स्कूल में एक छात्र की सीनियर छात्रों ने बेरहमी से पिटाई कर डाली. पीड़ित छात्र रात भर दर्द में रोता रहा, लेकिन हॉस्टल के वार्डन को इस बात की भनक तक नहीं हुई. सुबह छात्र के शरीर पर चोट के निशान दिखने पर इस बात का खुलासा हुआ. फिलहाल स्कूल प्रशासन ने आरोपी छात्रों को सस्पेंड कर दिया है.
मामला कांकेर के भानुप्रतापपुर इलाके का है. जहां बीते दिन, एक स्कूल में कुछ सीनियर छात्रों ने पहली कक्षा के एक छात्र की बेरहमी से पिटाई कर डाली. आरोपियों ने उसे इतना मारा की बात उसकी जान पर बन आई. पीड़ित बच्चा पूरी रात दर्द से कराहता रहा. हैरान करने वाली बात यह है की हॉस्टल में मौजूद वार्डन और चौकीदार को इस बात की खबर तक नहीं हुई.
अगली सुबह शिक्षकों ने जब पीड़ित के शरीर पर चोट के निशान देखे तो मामले का खुलासा हुआ. जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्रों को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया. हालांकि, आरोपी छात्रों को टीसी भी दे दी गई ताकि उनके परिजन उनका किसी दूसरे स्कूल में उनका दाखिला करा सकें.
हॉस्टल अधीक्षक बृजलाल ने बताया कि घटना वाले दिन वे मौजूद नहीं थे. अगले दिन जब उन्हें इस मामले का पता चला उन्होंने घायल बच्चे का स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र लेजाकर इलाज करवाया. वहीं पीड़ित छात्र के परिजनों ने स्कूल की व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं. इस मामले में उन्होंने सहायक कमिश्नर से शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई है.