अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील से इस्लामिक स्कॉलर तारिक फतेह को मारने की सुपारी लेने के आरोपी मोस्ट वॉन्डेट बदमाश नसीम उर्फ रिजवान को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसे राजधानी के उत्तर-पूर्वी इलाके से धर दबोचा. उसके उपर 50 हजार रुपये का इनाम था. उसका नाम गोकुलपुरी लूटकांड में भी सामने आया था.
इससे पहले तारिक फतेह की सुपारी लेने के आरोप में छोटा शकील के गुर्गे जुनैद चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस द्वारा पूछताछ में जुनैद ने ही खुलासा किया था कि छोटा शकील ने उसे और नसीम को इस्लामिक स्कॉलर तारिक फतेह को मारने की सुपारी दी थी. इस काम के लिए हवाला के जरिए उन तक पैसे भिजवाए गए थे.
बताते चलें कि पिछले साल जून में जुनैद को तीन अन्य बदमाशों के साथ गिरफ्तार किया गया था. उस समय जुनैद और उसके साथी हिन्दू सभा प्रमुख स्वामी चक्रपाणि की हत्या करने की साजिश रच रहे थे. स्वामी चक्रपाणि द्वारा दाऊद की कार खरीदने से ये नाराज थे. इस मामले में कुछ महीने जेल में बंद रहने के बाद जमानत पर रिहा हो गए थे.
पूछताछ में जुनैद ने बताया था कि उसने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक तारिक फतेह को मारने की सुपारी ली थी. इस काम के लिए उसने डेढ़ लाख हथियारों की खरीद के लिए एडवांस भी लिया था. दिल्ली समेत भारत के उन सभी शहरों की रेकी की गई थी, जहां तारिक फतेह आते-जाते थे. उनकी हर गतिविधि पर उनकी नजर जमी हुई थी.
इसी साल अप्रैल में यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए एक संदिग्ध आईएसआईएस आतंकी ने भी चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया था कि उसके निशाने पर तारिक फतेह हैं. संदिग्ध आतंकी मुफ्ती फैजान ने बताया कि वह तारिक फतेह पर हमला करने की फिराक में था. इसके साथ ही भीड़-भाड़ वाली जगहों पर हमला करने की भी योजना थी.
मुफ्ती फैजान ने बताया था कि उसने यूपी के बिजनौर से पिस्टल और बारूद खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन इसमें नाकाम रहा. इसके बाद दूसरे संदिग्ध आतंकी निजाम ने मुंबई से पिस्टल खरीदने का इंतजाम किया, लेकिन डील होने से पहले ही वह गिरफ्तार हो गया. इसकी गिरफ्तारी और पूछताछ में सुरक्षा एजेंसियों को कई अहम सुराग मिले थे.