परवेज़ नाम के इस कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार करने के लिए लोकायुक्त पुलिस ने पलासिया क्षेत्र में सोमवार रात को घेरा डाला. लेकिन वो हाथ नहीं लग सका. लोकायुक्त पुलिस ने एक एसयूवी से एक लाख रुपए बरामद किए. इस एसयूवी पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी. इसका इस्तेमाल आरोपी कॉन्स्टेबल और उसके सहयोगी करते थे.
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक परवेज़ छिंदवाड़ा के कोतवाली पुलिस स्टेशन में तैनात है और गुलबादशाह को हथियारों की तस्करी से जुड़े केस में फंसाने की धमकी दे रहा था. उसे पकड़ने के लिए लोकायुक्त पुलिस की टीम पहुंची लेकिन वो एसयूवी को छिंदवाड़ा की सड़कों और गलियों में तेज़ रफ्तार से चलाते हुए फरार हो गया.
लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी जे वर्मा ने बताया, ‘आरोपी का नागपुर रोड तक पीछा किया गया, जब उसने देखा कि वो चारों तरफ से घिरा है तो वाहन को वहीं छोड़ कर भाग गया. एसयूवी से एक लाख रुपए बरामद किए गए.’
वर्मा ने बताया, “लोकायुक्त पुलिस को गुलबादशाह से शिकायत मिली थी कि कॉन्स्टेबल परवेज़ धमकी दे रहा है कि अगर तीन लाख रुपए नहीं दिए तो हथियारों की तस्करी के केस में नामजद कर देगा. दरअसल बादशाह नाम के एक और शख्स को कुछ दिन पहले अवैध हथियारों के साथ पकड़ा गया था. गुलबादशाह के मुताबिक परवेज़ बादशाह की जगह उसे फंसाने की धमकी दे रहा था.”
वर्मा ने बताया कि सोमवार रात को परवेज़ एसयूवी पर पैसे लेने के लिए पलासिया इलाके में आया. वहां उसने गुलबादशाह को गन पाइंट पर लेकर एसयूवी में बिठा लिया. उस वक्त परवेज़ को शक़ हो गया कि उसका पीछा किया जा रहा है. फिर उसने तेज़ रफ्तार से एसयूवी भगाना शुरू कर दिया. नागपुर रोड पर एसयूवी छोड़कर परवेज़ भाग गया.
गुलबादशाह के मुताबिक परवेज़ का साथ तीन और लोग भी दे रहे थे जिनकी अभी पहचान नहीं हो सकी है.
लोकायुक्त पुलिस ने ज़िले के एसएसपी मनोज राय को पूरे प्रकरण से अवगत कराया. एसएसपी ने एक महिला समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. निलंबित पुलिसकर्मियों के नाम हैं- अनिता सराठे, असगर अली और परवेज़. ये तीनों ही हथियारों की तस्करी से जुड़े केस की जांच कर रहे थे.