अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने खुलासा किया है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस ने कुछ जगहों पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है. आईएस के आतंकी इस तरह के हथियार बनाने की क्षमता रखते हैं.
सीआईए के निदेशक जॉन ब्रेनन ने बताया कि आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है और वे रासायनिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल होने वाले अल्प मात्रा के क्लोरीन और मस्टर्ड गैस (सल्फर मस्टर्ड) बनाने की क्षमता रखते हैं. जो एक चिंता की बात है.
जॉन ब्रेनन ने ‘सीबीएस न्यूज’ को दिए अपने साक्षात्कार के अंश जारी करते हुए बताया कि हमारे पास ऐसे कई उदाहरण हैं जिनमें आईएसआईएस ने जंग के मैदान में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है.
एक सवाल के जवाब में जॉन ब्रेनन ने कहा कि आईएसआईएस की रासायनिक व्यापारियों और हथियारों तक पहुंच है, वे जिसका इस्तेमाल कर सकते हैं. सीबीएस न्यूज के मुताबिक, सीआईए का मानना है कि आईएसआईएस के पास अल्प मात्रा के क्लोरीन अैर मस्टर्ड गैस के उत्पादन की क्षमता भी है.
ब्रेनन ने इस संभावना से भी इनकार नहीं किया कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट वित्तीय लाभ के लिए अन्य देशों को हथियारों का निर्यात करने की कोशिश कर सकता है. या कर रहा है.
उन्होंने कहा कि उन्हे लगता है कि उनके पास इन रसायनों के निर्यात की क्षमता है. इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि तस्करी के रास्तों के तौर पर इस्तेमाल किए जाने विभिन्न परिवहन मार्गों को अवरूद्ध किया जाए.