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CISF की बड़ी कामयाबी, IGI एयरपोर्ट पर पकड़े 6 करोड़ के मेमोरी कार्ड

CISF ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एक सूटकेस में भरकर करीब 1 लाख माइक्रो एसडी मेमोरी कार्ड छुपाकर ले जाने की कोशिश को नाकाम कर दिया. हालांकि आरोपियों ने सीआईएसएफ की निगाहों से बच निकलने की काफी कोशिश की, लेकिन उनकी चोरी अंततः पकड़ी गई. मेमोरी कार्ड की कीमत 3 से 6 करोड़ रुपये आंकी गई है.

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IGI एयरपोर्ट पर हैंड बैग की चेकिंग करते सीआईएसएफ के कर्मचारी (फोटो-अनुज)
IGI एयरपोर्ट पर हैंड बैग की चेकिंग करते सीआईएसएफ के कर्मचारी (फोटो-अनुज)

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  • IGI हवाई अड्डे से करीब 1 लाख एसडी मेमोरी कार्ड बरामद
  • बरामद मेमोरी कार्ड की कीमत 3 से 6 करोड़ रुपये आंकी गई
  • मामले में 3 आरोपियों की गिरफ्तारी, कस्टम विभाग को सौंपा

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एक सूटकेस में भरकर करीब 1 लाख माइक्रो एसडी मेमोरी कार्ड छुपाकर ले जाने की कोशिश को नाकाम कर दिया. हालांकि आरोपियों ने सीआईएसएफ की निगाहों से बच निकलने की काफी कोशिश की, लेकिन उनकी चोरी अंततः पकड़ी गई. जब्त किए गए मेमोरी कार्ड की कीमत 3 से 6 करोड़ रुपये आंकी गई है.

अवैध तरीके से एसडी मेमोरी कार्ड को ले जाने की कोशिश में पकड़े गए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें कस्टम अधिकारियों को सौंप दिया गया. यह घटना मंगलवार की है जब हांगकांग से एक फ्लाइट दिल्ली आई और रात 9:20 बजे लैंड किया और इस फ्लाइट को आधी रात मुंबई के लिए उड़ान भरना था.

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इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर जहाज पर सामानों की लोडिंग से पहले हैंड बैग की चेकिंग के दौरान ड्यूटी पर तैनात असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर अभिषेक राजा ने स्कैनर के जरिए पकड़ा कि एक हैंड बैग में बड़ी संख्या में अलग-अलग स्टोरेज क्षमता (जीबी) वाले एसडी मेमोरी कार्ड रखे हुए हैं.

झांसा देने की कोशिश

जिस शख्स का बैग था उसकी पहचान अभिषेक भावन भाई रनपरिया के रूप में हुई जो हांगकांग से फ्लाइट संख्या AI-315/STA से दिल्ली पहुंचा और इसी फ्लाइट से उसे आधी रात को मुंबई के लिए रवाना होना था.

बैग में संदिग्ध रूप से मेमोरी कार्ड ले जाने के मामले की सूचना कस्टम अधिकारियों को दी गई जिन्होंने वेरिफिकेशन के बाद यात्री को उड़ान के लिए अनुमति दे दी थी. वह यात्री कस्टम अधिकारियों को इस बात पर आश्वत करने में कामयाब रहा कि वह मुंबई के कस्टम अधिकारियों को माइक्रो एसडी मेमोरी कार्ड के बारे में जानकारी देगा. इसके बाद दिल्ली के कस्टम अधिकारियों ने मुंबई के कस्टम अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी.

बाद में सीआईएसएफ सर्विलांस और इंटेलिजेंस विंग के कांस्टेबल मुकेश शर्मा ने गौर किया कि उक्त यात्री ने अपने कपड़े और जूते बदलने के बाद एयरलाइन स्टाफ के एस्कॉर्ट के तहत सामान उतारने के लिए संपर्क किया. साथ ही उसने यह भी गौर किया कि वह माइक्रो एसडी कार्ड वाला हैंड बैग साथ लेकर नहीं जा रहा था जिसे एसएचए (सिक्युरिटी होल्ड एरिया) ने पकड़ा था.

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मुंबई रवाना होने से पहले पकड़े गए

कांस्टेबल मुकेश शर्मा ने तुरंत इस बात की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी कि जिस शख्स को एसडी मेमोरी कार्ड वाला बैग दिया गया उसने एसएचए के बोर्डिंग एरिया के पास 2 अन्य यात्रियों को सुपर्द कर दिया.

इस सूचना के बाद उसकी तलाशी शुरू की गई. दोनों यात्री एयरलाइन काउंटर के पास ऑफलोडिंग की प्रक्रिया पूरी कर रहे थे. दोनों की पहचान भद्रेश देवचंद रनपरिया और सुरेश गुलाबचंद जयसवाल के रूप में हुई जो घरेलू उड़ान (AI-315) से मुंबई के लिए रवाना होने वाले थे. सीआईएसएफ ने दोनों से पूछताछ शुरू की और उनके बैग की तलाशी भी ली.

इस हैंडबैंग से करीब 1 लाक माइक्रो एसडी मेमोरी कार्ड बरामद किए गए, जिसकी कीमत 3 से 6 करोड़ रुपये आंकी गई. फिलहाल तीनों यात्रियों को मेमोरी कार्ड के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए कस्टम अधिकारियों को सौंप दिया गया है.

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