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नागरिकता कानून पर UP में हिंसा, 1 प्रदर्शनकारी की मौत, कई पुलिसकर्मी घायल

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कई जगहों पर आगजनी, पुलिस पर पथराव और हिंसक झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकियों पर हमला किया. इसके साथ में ही मीडिया की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.

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लखनऊ के परिवर्तन चौक पर विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा
लखनऊ के परिवर्तन चौक पर विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा

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  • यूपी के कई जिलों में हुआ नागरिकता कानून का विरोध
  • लखनऊ में भड़की हिंसा में कई पुलिसकर्मी हुए घायल

नागरिकता कानून को लेकर सड़कों पर हंगामा मचा हुआ है. देश भर में आज विरोध प्रदर्शन हुआ. विरोध प्रदर्शन के बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंसा देखने को मिली. लखनऊ में कई जगहों पर आगजनी, पुलिस पर पथराव और हिंसक झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकियों पर हमला किया. इसके साथ ही मीडिया की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया.

एक प्रदर्शनकारी की मौत

इसी बीच हिंसक झड़प में घायल हुए एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है. अभी यह नहीं पुष्टि नहीं हो पाई है कि मौत किसकी फायरिंग से हुई है. मारे गए शख्स का नाम मोहम्मद वकील है.

प्रदर्शनकारी युवक के पेट में गोली लगी थी. लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हुसैनाबाद में बवाल के दौरान चली गोली में उसकी मौत हुई. युवक सज्जाद बाग का रहने वाला था.

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कई पुलिसकर्मी भी घायल

इसी हमले में रंजीत सिंह नाम के पुलिसकर्मी को भी गोली लगी है. रंजीत सिंह को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हिंसक प्रदर्शन में लखनऊ पुलिस के पीआरओ और एसपी को चोटें आई हैं. एडीजी लखनऊ रेंज और आईजी को भी हल्की चोटें आई हैं.

विरोध करने वालों पर CM योगी सख्त

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदर्शन के नाम पर हिंसा की इजाजत नहीं दी जा सकती. हम उपद्रवी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. जो भी हिंसा का दोषी होगा उसकी संपत्तियां सीज की जाएंगी. इससे हिंसा में हुई क्षति की भरपाई की जाएगी.

योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'एनआरसी मुद्दे पर राष्ट्र विरोधी ताकतें हिंसा फैला रही हैं. इसमें कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल शामिल हैं. लखनऊ और संभल में वाहन फूंके गए हैं जो कि अस्वीकार है. मैंने लोगों से आग्रह किया है कि हिंसा न करें. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दुष्प्रचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. लोगों को कानून की सच्चाई जाननी चाहिए.'

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हम ऐसी हिंसा से सख्ती से निपटेंगे. जो लोग इसमें शामिल हैं, उनसे नुकसान की भरपाई करेंगे. जो लोग हिंसा में शामिल हैं उनके चेहरे सीसीटीवी में कैद हो गए हैं. धारा 144 पूरे प्रदेश में लागू है. बिना इजाजत कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया जाएगा. प्रदर्शन हिंसक नहीं हो सकता. आम लोगों को दिक्कत नहीं पहुंचाई जानी चाहिए. विपक्ष अफवाह फैला रहा है.'

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डीजीपी बोले- CCTV फुटेज देख की जाएगी कार्रवाई

प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, 'शहर में हालात सामान्य है. प्रदर्शनकारी जहां जुटे थे वहां कुछ घटनाएं सामने आई हैं. प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की और मीडिया की गाड़ियों को फूंक दिया. पुलिस ने उन्हें हटाया, इस दौरान आंसू गैस के गोले छोड़े गए. स्थिति अब सामान्य है. पुलिस वहां तैनात कर दी गई है. सीसीटीवी फुटेज देखे जाएंगे और कानून तोड़ने वालों पर कार्रवाई होगी. हम प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में भरोसा करते हैं. हम हर स्थिति पर नजर रख रहे हैं.'

लखनऊ के कई इलाकों में हुआ विरोध

लखनऊ के परिवर्तन चौक पर कांग्रेस, वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था. कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यहां प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठियां बरसाईं, जिसमें कई लोग घायल हो गए. प्रदर्शनकारियों के तरफ से किए गए पथराव में एसपी ट्रैफिक के साथ दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

डालीगंज इलाके में नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने पथराव और तोड़फोड़ किया. हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान ठाकुरगंज में कथित तौर पर गोलीबारी भी हुई है. प्रदर्शन के दौरान दो पुलिस चौकी को भी निशाना बनाया गया.

मदेयगंज के बाद ठाकुरगंज स्थित सतखंडा पुलिस चौकी को प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया. चौकी के बाहर खड़े वाहनों को भी फूंक दिया गया. खदरा इलाके में भी तोड़फोड़ और आगजनी हुई और यहां उपद्रवियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी.

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लखनऊ में 112 दंगाई हिरासत में

लखनऊ में भड़की हिंसा में कुल 4 घायल, जिलानी (16 साल), रंजीत (47 साल), मोहम्मद वकील (25 साल) और वसीम खान (22 साल) लखनऊ के ट्रामा सेंटर पहुंचे थे. इनमें जिलानी और मोहम्मद वकील को छर्रे लगने की बात आई है और इसमें मोहम्मद वकील की मौत हुई, छर्रे किस चीज के थे यह अभी स्पष्ट नहीं है. 16 पुलिसकर्मी लखनऊ में हुए प्रदर्शन में घायल हुए जिसमें कांस्टेबल से लेकर एडीजी स्तर तक के अफसर शामिल थे. लखनऊ में अबतक कुल 112 दंगाई हिरासत में लिए गए हैं.

राजनाथ सिंह ने की आदित्यनाथ से बात

लखनऊ में आज हुई घटनाओं पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (सांसद लखनऊ) ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने वाशिंगटन से टेलीफोन कर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ के पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली.

उपद्रवियों पर सीएम सख्त

लखनऊ में उपद्रव की घटना से सीएम योगी बेहद नाराज हैं. उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी को सख्त निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने को कहा है. योगी खुद पूरे घटनाक्रम को मॉनिटर कर रहे हैं. योगी ने अपने मातहतों से आम जन के जानमाल की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित करने को कहा है. योगा का कहना है कि उपद्रवियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही अफवाह फैलाने वालों पर भी निगरानी करने का आदेश दिया गया है.

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अलीगढ़ में इंटरनेट सेवाएं अभी भी बंद

अलीगढ़ जनपद में इंटरनेट सेवाएं अगले 24 घंटे यानी 20 दिसंबर की मध्य रात्रि 12 बजे तक बढ़ाई गई है. अलीगढ़ में इंटरनेट पिछले 4 दिन से बंद है. इसके साथ ही लोकल केबल नेटवर्क भी बंद किया गया है.

संभल में 15 लोग गिरफ्तार

यूपी के संभल में भड़की हिंसा के मामले पुलिस ने अब तक 15 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने हिंसा को लेकर 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इसके साथ ही वहां इंटरनेट सेवाएं भी अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड की गई हैं. पुलिस का दावा है कि संभल में विरोध प्रदर्शन समाजवादी पार्टी ने करवाया था.

संभल में 2 पुलिसकर्मी घायल

बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने 4 बसों को आग के हवाले कर दिया था. उनमें से 2 बसें यूपी रोडवेज की थीं जबकि 2 प्राइवेट बसें थीं. इसके अलावा 2 प्राइवेट कार और 2 पुलिस की गाड़ियों को भी प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी थी. पुलिस ने पूरे जिले में धारा 144 लगा रखी है. हिंसा में 2 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने यूपी सरकार और एएमयू प्रशासन से मांगा जवाब

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इलाहाबाद हाई कोर्ट ने नागरिकता कानून का विरोध कर रहे एएमयू के छात्रों पर लाठी चार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल करने के खिलाफ लगाई गई याचिका पर योगी सरकार और एएमयू प्रशासन से जवाब मांगा है.

संभल में हुआ भारी विरोध

संभल में CAA ओर NRC के विरोध को लेकर हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और कई बसों में आगजनी की. इस दौरान कई पुलिस गाड़ियों में भी तोड़फोड़ हुई. इसके साथ ही मीडिया कर्मियों पर भी हमला किया गया. कई मीडियाकर्मियों के घायल होने की भी खबर है.

पूरे देश में सड़क पर हुआ हंगामा

गुरुवार को सिर्फ उत्तर प्रदेश नहीं बल्कि पूरे भारत में नागरिकता कानून के नाम पर सड़क पर हंगामा हुआ. सरकार की दलील है कि किसी की नागरिकता छीनी नहीं जा रही है, फिर भी अफवाहों को फैलाकर माहौल बिगाड़ा जा रहा है.

गुरुवार को दिल्ली से लेकर दरभंगा तक और लखनऊ से लेकर मुंबई तक नागरिकता कानून के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शनकारी उतरे. हालांकि परेशान करने वाली बात ये रही कि प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता कानून के विरोध के नाम पर जमकर मनमानी की और सरकारी संपत्ति को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया. कहीं आगजनी हुई तो कहीं पुलिस की गाड़ियों को फूंक दिया गया.

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बिहार के कई शहरों में रेल की पटरियों पर कब्जा करके ट्रेन ट्रैफिक को रोक दिया गया. मुंबई में भी अगस्त क्रांति मैदान में प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा रहा. दक्षिण में भी हैदराबाद, चेन्नई और बेंगलुरु में प्रदर्शनकारियों ने विरोध का मोर्चा बुलंद किया. हालांकि दक्षिण में विरोध शांत रहा लेकिन यूपी के कई शहरों में भीड़ ने उग्र होकर तोड़फोड़ और आगजनी की.

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