ब्राजील के अमेजोनस स्थित एक जेल में ड्रग माफियाओं की गैंगवार में तकरीबन 60 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में जेल के कई अफसर भी शामिल हैं. जांच अधिकारी मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जता रहे हैं.
अमेजोनस के मनाउस स्थित जेल में रविवार शाम जेल में गैंगवार से हड़कंप मच गया. स्थानीय पुलिस के मुताबिक, ड्रग माफियाओं के दो गुटों के बीच टकराव शुरू हुआ. जिसके बाद जेल के अंदर छुपाकर रखे गए हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु हो गई. सूत्रों की मानें तो कई कैदियों की लाशों को जेल की दीवारों के ऊपर से बाहर फेंक दिया गया.
जांच अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही एडिश्नल फोर्स को मौके पर भेजा गया, लेकिन वह कैदियों को काबू करने में नाकामयाब रही. जिसके बाद स्पेशल ग्रुप ने जेल के हालातों को काबू में किया. पुलिस ने बताया कि गैंगवार के दौरान 72 कैदियों और कुछ पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया गया था.
लोकल मीडिया के मुताबिक, गैंगवार साउ पाउलो के फर्स्ट कैपिटल कमांड (पीसीसी) और लोकल क्रिमिनल्स के बीच ड्रग्स को लेकर हुई थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. जांच में जुटे अधिकारी हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की बात कह रहे हैं. इससे पहले कांगो की राजधानी ब्राजाविले की जेल में हुए दंगे में तीन लोगों की मौत हो गई थी, जबकि चार लोग घायल हुए थे.
गौरतलब है कि ब्राजील की जेलों को दुनिया में सबसे खराब जेलों में गिना जाता है. यहां की जेलों में दंगे होना आम बात होती है. 1992 में साउ पाउलो की जेल में भी दंगा हुआ था, जिसमें 111 कैदी मारे गए थे. दरअसल यहां की हर जेल में क्षमता से कई गुना अधिक कैदी रखे जाते हैं. जेलों में बंद ज्यादातर कैदी ड्रग माफिया और ड्रग एडिक्ट होते हैं.