दिल्ली के विवेक विहार थाने में एसएचओ की कुर्सी पर बैठने और पुलिस महकमे का अपमान करने वाली स्वंयभू देवी राधे मां के खिलाफ एक वकील ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. दिल्ली के वकील गौरव गुलाटी ने 'कानून का मजाक' बनाने के लिए राधे मां के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए यह शिकायत दर्ज कराई है.
वकील गौरव गुलाटी ने कहा कि देशभर में दिल्ली पुलिस की छवि को खराब करने और आपराधिक साजिश/मानहानि के लिए राधे मां उत्तरदायी हैं. उनका काम दिखाता है कि उन्हें कानून और व्यवस्था का कोई सम्मान नहीं है. 28 सितंबर को एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें राधे मां एसएचओ संजय शर्मा की सीट पर बैठी हुई हैं.
5 अक्टूबर को एसएचओ संजय शर्मा के खिलाफ 'अनौपचारिक आचरण' के मामले में एक जांच का आदेश दिया गया था और पूछताछ होने तक उन्हें जिला पुलिस लाइन को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था. शिकायत में कहा गया है कि एसएचओ को निलंबित कर दिया गया, लेकिन राधे मां के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं हुई.
राधे मां है एक विवादास्पद चरित्र
इस शिकायत में यह भी कहा गया है कि राधे मां एक विवादास्पद चरित्र है और हमेशा अपने गलत कृत्यों के कारण खबरों में रहती हैं. इस बार उन्होंने नैतिकता की सभी सीमाएं पार कर दी हैं. भले ही यह माना जा सकता है कि उन्हें एसएचओ की सीट पर बैठने की इजाजत दी गई हो, लेकिन यह उनके अपराध को कम नहीं करता.
भक्त मुद्रा में हाथ जोड़े खड़े SHO
बताते चलें कि हाथ में त्रिशूल लेकर अपने भक्तों के बीच अजब-गजब मुद्रा को लेकर चर्चित राधे मां विवेक विहार थाने में एसएचओ की कुर्सी पर बैठी नजर आई थी. खाकी वर्दी की इज्जत से बेपरवाह एसएचओ संजय शर्मा भक्त की मुद्रा में हाथ जोड़े और मातारानी की चुनरी डाले राधे मां के सामने अभिभूत से खड़े दिखाई दिए थे.
नवरात्रि के महाष्टमी की तस्वीर
एसएचओ को देखकर ऐसा लग रहा था मानो वो अपने कर्तव्यों के मंदिर यानी थाने में ना होकर किसी देवी के मंदिर में खड़े हों. जब थाने के मुखिया का ये हाल हो तो फिर दूसरे पुलिसवाले कैसे पीछे रहते. राधे मां का आशीर्वाद लेने के लिए वो भी कतार में लग गए. विवेक विहार थाने की ये तस्वीर नवरात्रि के दौरान महा अष्टमी की है.