आज जब पूरा देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है. अनलॉक हो रहे देश में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बार-बार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और बगैर मास्क के नहीं निकलने की अपील लगातार कर रहे हैं. ऐसे में आंध्र प्रदेश के गुंटूर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है.
गुंटूर में मास्क को लेकर हुए विवाद में एक युवती की जान चली गई. दो पक्षों में हुई मारपीट के दौरान पिता को बचाने की कोशिश में गंभीर रूप से घायल एक युवती ने शनिवार यानी 11 जुलाई को गुंटूर के एक अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. युवती की मौत के बाद मारपीट की यह घटना सामने आई. जानकारी के मुताबिक परिवार पर हमले की यह घटना 10 दिन पहले की है.
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पुलिस के मुताबिक रेंटाचिंटाला मंडल निवासी कर्णती यलामंडा 3 जुलाई को बाजार गया था. वहां कुछ लोगों ने बगैर मास्क के होने पर आपत्ति जताई थी. दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई और तब बात आई-गई हो गई. यमलांडा के परिवार की महिलाओं ने पुरुषों की ओर से परिवार को परेशान करने का आरोप भी लगाया. कुछ दिन बाद यमलाडा की पत्नी बाजार गई थी.
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बताया जाता है कि यमलांडा की पत्नी ने बाजार में उन लोगों में से एक को देखा और इसकी सूचना तत्काल अपने पति को दे दी, जिनसे 3 जुलाई को उनका विवाद हुआ था. यमलांडा और उस व्यक्ति में शुरू हुई बहस मारपीट में बदल गई. आरोप है कि ए मल्लिकार्जुन, श्रीनू, वेंकटेश और सांबा ने डंडों और रॉड से हमला कर दिया.
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बदमाशों ने जब यमलंडा पर हमला किया, उसकी 19 साल की बेटी फातिमा ने उसे बचाने की कोशिश की. इस कोशिश में वह गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे उपचार के लिए तत्काल गुंटूर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान 11 जुलाई को उसने दम तोड़ दिया. उसके सर में गंभीर चोट आई थी. युवती की मौत के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.