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स्वामी ओम की गिरफ्तारी पर रोक, कोर्ट ने मांगी CCTV फुटेज

बिग बॉस के पूर्व कंटेस्टेंट स्वामी ओम को 14 मार्च तक गिरफ्तार नहीं करने के लिए दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस को आदेश दिया है. विशेष जज हिमानी मल्होत्रा ने ओम स्वामी को ये अंतरिम राहत दी है. स्वामी ओम पर एक महिला के कपड़े फाड़ने और धमकाने का आरोप है.

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स्वामी ओम की गिरफ्तारी पर 14 मार्च तक लगाई रोक
स्वामी ओम की गिरफ्तारी पर 14 मार्च तक लगाई रोक

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बिग बॉस के पूर्व कंटेस्टेंट स्वामी ओम को 14 मार्च तक गिरफ्तार नहीं करने के लिए दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस को आदेश दिया है. विशेष जज हिमानी मल्होत्रा ने ओम स्वामी को ये अंतरिम राहत दी है. स्वामी ओम पर एक महिला के कपड़े फाड़ने और धमकाने का आरोप है.

कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को दरियागंज के डीसीपी ऑफिस में लगे सीसीटीवी की वीडियो फुटेज उपलब्ध कराने के लिए कहा है. स्वामी ओम का दावा है कि कथित घटना वाले दिन यानि 7 फरवरी को वो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से सुरक्षा मांगने के लिए डीसीपी ऑफिस गए थे.

14 मार्च तक CCTV फुटेज जमा कराने का दिया आदेश
स्वामी ओम की अग्रिम जमानत की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को 14 मार्च तक फुटेज जमा कराने का आदेश दिया है. साथ ही स्वामी ओम को 14 मार्च तक गिरफ्तार नहीं करने के लिए भी कहा गया है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 14 मार्च को ही होगी.

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स्वामी ओम ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
स्वामी ओम ने अदालत से राहत की गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें इस मामले में झूठा फंसाया गया है, क्योंकि वो भारतीय संस्कृति की वकालत करते हैं और असमाजिक तत्व उन्हें 'सामाजिक गतिविधि' से रोकना चाहते हैं. स्वामी ओम ने ये आरोप भी लगाया कि पुलिस के अधिकारी उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. साथ ही आशंका जताई कि पुलिस उन्हें कभी भी गिरफ्तार कर सकती है.

सह-अभियुक्त संतोष आनंद से नहीं है कोई नाता
स्वामी ओम ने दावा किया कि उनका इस मामले में सह-अभियुक्त संतोष आनंद से कोई नाता नहीं है. संतोष आनंद की अग्रिम जमानत की याचिका कोर्ट नामंजूर कर चुकी है. आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के मुताबिक महिला ने आरोप लगाया है कि स्वामी ओम और संतोष आनंद ने उसे घर जाते वक्त रोक लिया था.

आरोपियों ने की रेप की कोशिश
महिला के आरोप के मुताबिक, दोनों ने उसे गालियां दी और साथ ही आपत्तिजनक हरकतें भी कीं. शिकायतकर्ता महिला ने एफआईआर में कहा है कि दोनों अभियुक्त उसे एक कमरे में ले गए और रेप की कोशिश की. साथ ही धमकी दी कि वो उसके पति की जिंदगी तबाह कर चुके हैं और अब उसे भी नहीं छोड़ेंगे.

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महिला के फाड़ दिए थे कपड़े
महिला ने शिकायत में दावा किया है कि स्वामी ओम और संतोष आनंद ने 7 फरवरी को उसके कपड़े फाड़ डाले थे. महिला के मुताबिक, कुछ दिन पहले राजघाट क्षेत्र में दोनों ने उसे सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया था. अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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