सीरियल किलर उदयन दास के साथ रायपुर क्राइम ब्रांच के अफसरों की सेल्फी वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. गर्लफ्रेंड और माता-पिता के हत्यारे सीरियल किलर उदयन को रायपुर पुलिस के कुछ जवानों ने रातों-रात सेलिब्रिटी बना दिया है.
सीरियल किलर उदयन दास इन दिनों रायपुर पुलिस की गिरफ्त में है. क्राइम ब्रांच की टीम उससे पूछताछ करने के साथ-साथ जांच के लिए उसे शहर में कई जगहों पर भी ले जा रही है. इसी बीच जांच अधिकारियों की उदयन के साथ एक सेल्फी वायरल होने से हड़कंप मच गया.
कार में ली गई सीरियल किलर के साथ सेल्फी
सेल्फी के वायरल होते ही रायपुर पुलिस के आला अधिकारी सकते में आ गए. दरअसल कार में ली गई इस सेल्फी में रायपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर चंद्रशेखर श्रीवास (पिंक शर्ट में) उदयन के साथ सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं. इस सेल्फी में उनके साथ क्राइम ब्रांच के दो अन्य पुलिसकर्मी भी दिखाई दे रहे हैं.
कोर्ट ने 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर सौंपा है
बताते चलें कि कोर्ट ने सीरियल किलर उदयन दास को छत्तीसगढ़ पुलिस को 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर सौंपा है. मगर इस चर्चित कांड की तफ्तीश के साथ-साथ पुलिस अधिकारी आरोपी के साथ ही सेल्फी लेने में मशगूल नजर आ रहे हैं. वहीं पुलिस के आला अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
प्रोटेक्शन वॉरंट पर रायपुर लाया गया उदयन
गौरतलब है कि ट्रिपल मर्डर के आरोपी उदयन दास को छत्तीसगढ़ पुलिस पश्चिम बंगाल के बाकुड़ा से रायपुर लेकर आई है. छत्तीसगढ़ पुलिस उसे मामले की जांच के लिए प्रोटेक्शन वॉरंट पर रायपुर लाई है. सीरियल किलर उदयन दास ने मां-बाप की पेंशन पाने के लिए उनकी हत्या की थी, ताकि वह उस रकम से ऐशो-आराम की जिंदगी गुजर-बसर कर सके.
पेंशन के लिए बनवाया फर्जी प्रमाण पत्र
पुलिस ने खुलासा किया कि उदयन ने अपने माता-पिता की पेंशन निकालने के लिए बड़ा फर्जीवाड़ा किया था. सीरियल किलर ने दिल्ली के डिफेन्स कॉलोनी में क्लिनिक चलाने वाले डॉ एस.के. सूरी से अपनी मां इंद्राणी दास के जीवित होने का प्रमाण पत्र बनवाया था, ताकि हर महीने पेंशन की रकम बिना किसी रूकावट के उसकी मां के अकाउंट में आती रहे.
उदयन के खिलाफ दर्ज किए गए 4 मामले
रायपुर के एडिशनल एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि मां-बाप की हत्या, मकान की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने, जालसाजी कर बैंक अकाउंट से लाखों रुपये निकालने से संबधित मामलों में उदयन के खिलाफ चार अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं. हालांकि छत्तीसगढ़ पुलिस को दो मार्च से पहले उसे वापस पश्चिम बंगाल पुलिस को सौंपना होगा.