बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के जेल से बाहर आने का रास्ता बंद होता नजर आ रहा है. दरअसल पटना हाईकोर्ट के एडवाइजरी बोर्ड से विधायक पर लगे क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद गृह विभाग ने अनंत सिंह पर सीसीए लगा दिया है.
बिहार के मोकामा से निर्दलीय बाहुबली विधायक अनंत सिंह अभी एक साल तक खुली हवा में सांस नहीं ले सकेंगे. पटना हाईकोर्ट के एडवाइजरी बोर्ड द्वारा विधायक अनंत सिंह के खिलाफ क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद गृह विभाग ने अनंत सिंह पर सीसीए लगा दिया है.
बता दें कि विधायक अनंत सिंह पर सीसीए की अवधि बीते 5 सितंबर से ही शुरू हो चुकी है. मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह पर हत्या, हत्या के प्रयास और अपहरण जैसे अपराध के कई मामले लंबित हैं. पटना जिला प्रशासन ने बीते 5 सितंबर को अनंत सिंह पर सीसीए लगाने का प्रस्ताव गृह विभाग को सौंपा था.
गृह विभाग से इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इसे पटना हाईकोर्ट के एडवाइजरी बोर्ड के समक्ष पेश किया गया था. हालांकि अदालत के एडवाइजरी बोर्ड के समक्ष अनंत सिंह के वकील नवीन कुमार ने इसका जमकर विरोध किया था. नवीन कुमार ने एडवाइजरी बोर्ड के इस फैसले को पटना हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही.
बताते चलें कि आरजेडी के पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के समय ही विधायक अनंत सिंह पर सीसीए लगाने का प्रस्ताव पटना पुलिस ने जिलाधिकारी के पास भेजा था, जिसे जिलाधिकारी ने स्वीकार कर लिया था. पटना के जिलाधिकारी ने विधायक अनंत सिंह पर सीसीए लगाते हुए प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए उसे गृह मंत्रालय के पास भेजा था.
वहीं पहली बार गृह मंत्रालय ने पटना जिला प्रशासन के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. फिर दूसरी बार पटना के जिलाधिकारी ने जब गृह मंत्रालय द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण का जवाब सौंपा तो फिर गृह मंत्रालय ने विधायक पर सीसीए के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. बता दें कि अनंत सिंह ने जेल से ही मोकामा से निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी.
राजू अपहरण कांड में हुए अरेस्ट
विधायक अनंत सिंह पर 7 सितंबर को सीसीए लगाने का प्रस्ताव पहली बार भेजा गया था. उसी दिन शहाबुद्दीन को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिली थी. अब शहाबुद्दीन की जमानत रद्द करने के लिए बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर चुकी है. बुधवार को इस मामले में सुनवाई भी होनी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से रिश्ते खराब होने के बाद अनंत सिंह को राजू अपहरण कांड में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. इसके बाद अनंत सिंह के सारे पुराने मुकदमे खोल दिए गए थे.
कौन हैं बाहुबली अनंत सिंह
लोगों के बीच 'छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह इनदिनों पटना के बेऊर जेल में बंद है. मर्सिडीज से लेकर बग्घी तक की सवारी करने वाले अनंत को हत्या और अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया है. मामला चार युवकों के अपहरण और उनमें से एक की हत्या का है. बीते 17 जून को पटना के बाढ़ में चार युवकों ने एक महिला से छेड़छाड़ कर दी. आरोप है कि अनंत के इशारे पर उनके गुर्गों ने चारों युवकों को अगवा कर लिया था. उनमें से एक युवक की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी.