गुजरात के अहमदाबाद में लूट मामले के एक संदिग्ध ने शहर के उच्च सुरक्षा वाले क्राइम ब्रांच के दफ्तर के भीतर घुसकर 37 वर्षीय एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या कर दी. अपराध को अंजाम देने के बाद वह घटनास्थल से फरार हो गया. शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
अपराध शाखा में तीन-स्तरीय सुरक्षा के बावजूद अपराधों को सुलझाने में अति ख्याति प्राप्त विशिष्ट बल की छवि को इस घटना से धक्का लगा है. इसके करीब तीन घंटे के बाद पूछताछ कक्ष से सुबह में कांस्टेबल का शव बरामद किया गया.
पुलिस इंस्पेक्टर आर आर सरवैया के मुताबिक, एक हिस्ट्री-शीटर और मादक पदार्थों के व्यापार में शामिल मनीष बलई ने कांस्टेबल चंद्रकांत मकवाना की हत्या की है. देर रात दो बजे से लेकर तड़के चार बजे के बीच मकवाना बलई से पूछताछ कर रहा था.
संदिग्ध ने पुलिस कांस्टेबल के सिर और चेहरे पर लोहे के छड़ से हमला किया. गुरुवार तड़के वहां हत्या हुई, जहां पर बलई को हिरासत में रखा गया था. हम पोस्टमार्टम के बाद मौत के निश्चित कारण के बारे में जान सकेंगे. हत्या के तीन घंटे के बाद शव मिला.