उत्तर प्रदेश में कानपुर जनपद के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत का वजह बनने वाले अपराधी विकास दुबे के मकान पर पुलिस ने बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया है. शनिवार को प्रशासन की एक टीम ने बिकरू गांव पहुंचकर विकास दुबे के घर पर जेसीबी से तोड़-फोड़ की.
सीसीटीवी का सर्वर लेकर भागा विकास दुबे
विकास दुबे के मकान की दीवारें जेल की तरह ऊंची हैं. इन पर कांटेदार तार से घेराव है. उसके मकान में 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. पुलिस एनकाउंटर के दौरान विकास दुबे अंधेरे का फायदा उठाकर सीसीटीवी कैमरे का सर्वर लेकर भागने में सफल रहा है.
विकास की किलेनुमा कोठी की दीवारों की ऊंचाई 30 से 40 फीट है. इन पर कटीले तारों की घेरेबंदी के कारण यहां किसी का दाखिल होना आसान नहीं है. अगर कोई दाखिल हो भी जाए तो उसका पकड़ा जाना तय है.
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जिस JCB से रास्ता रोका, उसी से ध्वस्त हुआ मकान
विकास के पास कई लग्जरी कारें थी. शनिवार को पुलिस ने विकास दुबे की कई महंगी कारें ध्वस्त कर दी. विकास दुबे ने जिस जेसीबी से पुलिस का रास्ता रोका था, उसी से पुलिस ने उसके गुनाहों के साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया.
पुलिस ने बीते 30 घंटों में मकान सील करके चप्पे-चप्पे की तलाशी ली है, पुलिस मकान के हर हिस्से की बारीकी से छानबीन कर रही है और उसे ढहाकर बंकरनुमा तलघर के सिरे को भी खंगाल रही है.
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सात-आठ साल पहले बना है नया घर
गांव वालों के मुताबिक, विकास का नया घर सात-आठ साल पहले ही बना है. बाउंड्रीवाल के अंदर ही पैतृक घर भी है, जहां अब सेवादार रहते हैं. घर में दाखिल होने के चार दरवाजे हैं.
पुलिस ने घर के अंदर से विकास के पिता और नौकरनी समेत परिवार के सभी सदस्यों को कोठी से बाहर निकाल दिया है और आसपास 50 मीटर के दायरे में नाकेबंदी कर दी है. पुलिस ने बुलडोजर से चाहरीदवारी को गिराना शुरू कर दिया है. अंदर कार खड़ी किए जाने वाले हिस्से को भी ढहा दिया है.