छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षा बल के जवानों पर पिछले सप्ताह रक्षाबंधन के कार्यक्रम के दौरान छात्राओं से छेड़छाड़ का आरोप लगने के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि जिले के कुंआकोंडा थानाक्षेत्र के अंतर्गत पालनार गांव में शासकीय छात्रावास स्कूल में पिछले महीने की 31 तारीख को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस दौरान स्कूल की छात्राओं के साथ सुरक्षा बल के जवानों पर छेड़छाड़ का आरोप लगा है.
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय दल का गठन किया है. स्थानीय पुलिस ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है. अर्द्धसैनिक बल पिछले लगभग नौ वर्षों से पालनार गांव में रक्षाबंधन के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है.
इसी तरह का आयोजन पिछले महीने की 31 तारीख को भी किया गया. इसमें छात्रावास की लगभग पांच सौ छात्राओं ने अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की कलाइयों में राखी बांधी. इसका प्रसारण आज एक स्थानीय समाचार चैनल पर किया गया था.
कलेक्टर ने बताया कि दूसरे दिन एक अगस्त को छात्रावास की अधीक्षिका ने शिकायत की कि सुरक्षा बल के जवानों ने सुरक्षा के नाम पर छात्राओं की तलाशी ली, जबकि पुरूष सुरक्षा कर्मियों को महिलाओं या छात्राओं की तलाशी लेने का अधिकार नहीं है.
इस शिकायत के बाद उन्होंने दूसरे दिन दो अगस्त को दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक और सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक के साथ छात्रावास का दौरा किया. अधीक्षिका और अन्य महिला अधिकारियों के सामने छात्राओं से बातचीत भी की थी. इस दौरान छात्राओं ने अपनी आपबीती सुनाई.
छात्राओं ने बताया कि जब वह शैचालय से लौट रही थीं तब दो वर्दीधारी लोगों ने उनकी तलाशी ली. एक सुरक्षाकर्मी ने उनकी तलाशी ली, जबकि एक अन्य सुरक्षाकर्मी वहां मौजूद था. छात्राओं के बयान के आधार पर मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय दल का गठन किया गया है.
इसमें दंतेवाड़ा जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीएम, जिला शिक्षा अधिकारी और तहसीलदार शामिल हैं. इस मामले में कुंआकोंडा थाना में दो सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है. आरोपियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है.
छात्रावास परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है. इस मामले को लेकर वह लगातार सीआरपीएफ अधिकारियों के संपर्क में हैं. प्रयास किया जा रही है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान हो सके. वहीं सीआरपीएफ भी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहा है.
इधर आम आदमी पार्टी की नेता सोनी सोरी ने आरोप लगाया है कि स्थानीय अधिकारी मामले में लीपापोती करने की कोशिश कर रहे हैं. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद वह जब पीड़ित छात्राओं से मिलने छात्रावास गईं, तब उन्हें छात्राओं से नहीं मिलने दिया गया.