देशभर में दलितों के उत्पीड़न का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. अब उत्तर प्रदेश के बांदा से एक दलित परिवार पर सवर्णों द्वारा हमला किए जाने का मामला सामने आया है. सवर्णों के हमले में दलित परिवार की चार महिलाएं घायल हुई हैं, जिनमें एक बुजुर्ग महिला भी शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक, यह घटना बांदा के बिंसड़ा थाना क्षेत्र के तेंदुरा गांव की है. पुलिस ने बताया कि गुरुवार की सुबह अचानक सवर्णों ने दलित परिवार पर हमला कर दिया. हमले के वक्त घर पर सिर्फ महिला सदस्य मौजूद थीं.
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल महिलाओं को अस्पताल भेजा गया. बिसंड़ा थाना क्षेत्र की पुलिस चैकी ओरन के प्रभारी उपनिरीक्षक आरपी वर्मा ने बताया कि अगड़ी जाति के एक समूह ने दलित परिवार में यह हमला गुरुवार की सुबह करीब 6.30 बजे किया. उस समय घर की बुजुर्ग महिला सदस्य 58 वर्षीय शिवकलिया घर के पिछवाड़े गोबर के उपले उठाने गई थीं.
साथ ही उन्होंने बताया कि घटना की सूचना एसपी, थानाध्यक्ष सहित कई पुलिस अधिकारियों को दे दी गई है. पुलिस के मुताबिक, पीड़ित परिवार सवर्णों के मोहल्ले में अकेला दलित परिवार है और सवर्ण नहीं चाहते कि वे मोहल्ले में रहें.
पुलिस में दर्ज शिकायत में दलित परिवार ने आरोप लगाया है कि अगड़ी जाति के संतराम सिंह, उसका बेटा अमित सिंह, लालू सिंह और दो महिलाएं सावित्री व सपना ने उपले उठाने से दलित महिला को रोक दिया. जब वह नहीं मानी, तब इस समूह के आधा दर्जन लोगों ने उस पर हमला बोल दिया.
सवर्णों के हमले से शिवकलिया को बचाने पहुंची 32 वर्षीय गुड्डन, 16 वर्षीय रोशनी और 29 वर्षीय सुनीता को भी घर में घुस कर मारा-पीटा गया. पीड़ित परिवार के मुखिया संतोष ने बताया कि हमले के समय घर में सिर्फ महिलाएं थीं. जबकि वह किसी जरूरी काम से इलाहाबाद गया हुआ था.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमला करने वाला सवर्ण परिवार उनसे उनका घर छीनना चाहता है , क्योंकि सवर्णों के मोहल्ले में वह अकेले दलित हैं. पीड़िता परिवार ने यह भी बताया कि उनका घर छीनने के लिए सवर्णों का उन पर यह छठा हमला है.