मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक दलित महिला की नाक काटे जाने का मामला सामने आया है. महिला का आरोप है कि उसे और उसके पति को जबरन बंधुआ मजदूरी करने के लिए कहा जा रहा था. इनकार करने पर उसकी नाक काट दी गई. मामले का संज्ञान लेते हुए मध्य प्रदेश महिला आयोग (MPWC) ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ित महिला दलित परिवार से आती है. पुलिस ने बताया कि सोमवार को ऊंची जाति के आरोपी बाप-बेटे ने घर में मजदूरी का काम कराने के लिए पीड़ित महिला और उसके पति को वहां आने को कहा लेकिन दोनों ने इससे इनकार कर दिया. आरोप है कि इसी बात से आरोपियों को गुस्सा आ गया.
आरोपी बाप-बेटे ने दलित दंपति से गाली-गलौज करते हुए उनकी जमकर पिटाई की. इसके बाद पीड़िता जब अपने पति को अस्पताल लेकर जा रही थी, उसी समय एक आरोपी ने उसकी नाक काट दी. इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े को आपबीती सुनाई.
इसके बाद आयोग की तरफ से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. आयोग के दखल के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 324 और SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी बाप-बेटे की तलाश की जा रही है. MPWC अध्यक्ष लता वानखेड़े ने कहा, 'मामला गंभीर है. पीड़ित दंपति को जबरन बंधुआ मजदूर बनाने के लिए ले जाया जा रहा था. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.'Matter is serious, woman was being forcefully taken for bonded labour. Strict action will be taken against the accused: Lata Wankhede,MPWC pic.twitter.com/Hfj9YZgTNS
— ANI (@ANI) August 18, 2017