छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों की एक बड़ी साजिश तब नाकाम हो गई, जब एक ट्रक सड़क में भरभरा के धंस गया. ट्रक पर सवार तीन लोग बारूदी सुरंग की आशंका के चलते ट्रक से कूदकर भाग निकले. बाद में जांच करने पर पता चला कि नक्सलियों ने बारूदी सुरंग बनाने के लिए सड़क को अंदर से 15 मीटर तक खोद डाला था.
दरअसल सुरक्षा बलों के कोंदापारा कैंप से महज 200 मीटर दूर माओवादियों ने बारूदी सुरंग बिछाने के लिए अरनपुर-जगरगुंडा मार्ग पर 15 मीटर तक सड़क खोद डाली थी. आशंका है कि माओवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फ़िराक में थे.
इस सुरंग का खुलासा तब हुआ, जब सड़क निर्माण में लगे एक ट्रक के गुजरने से सड़क अचानक धंस गई. जब उस ट्रक को निकाला गया, तो वहां पर एक लंबी सुरंग दिखाई दी. जिसकी जांच करने पर पता चला कि माओवादी सुरंग में विस्फोटक नहीं लगा पाए थे इससे पहले ही सुरंग का राज खुल गया और एक बड़ा हादसा टल गया.
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक कुछ अज्ञात शख्स माओवादियों के साथ मिलकर सड़क पर तीन चार दिनों तक काम कर रहे थे. इस दौरान माओवादियों ने इस मार्ग पर आवाजाही पर रोक लगा दी थी.
गौरतलब है कि जिस मार्ग पर बारूदी सुरंग बिछाने की कोशिश की गई थी, उस मार्ग पर अक्सर पुलिस के आला अफसरों और वीआईपी का आना जाना लगा रहता है. राज्य के गृह सचिव, आंतरिक सुरक्षा सलाहकार से लेकर आईजी , एसपी और कलक्टर तक की गाड़ियां इस कच्ची सड़क पर दौड़ती हैं.