देवेंद्र सिंह मामले में क्रॉस-एलओसी ट्रेडर तनवीर अहमद वानी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस विभाग से निलंबित किए गए डीएसपी देवेंद्र सिंह के आतकियों संग पकड़े जाने के बाद इस मामले में यह छठी गिरफ्तारी है. तनवीर वानी का नाम तब सामने आया है जब उसकी ओर से नावेद बाबू को पैसे देने का मामले का पता चला था.
वानी का नाम पाकिस्तान से श्रीनगर में फंडिंग के मामले में सामने आया था. वह कई संगठनों को पैसा सप्लाई कर चुका है. उसके संबंध लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद से भी सामने आए हैं. वानी एलओसी ट्रेडर्स एसोसिएशन का अध्यक्ष है. एलओसी ट्रेड केस में पुलिस ने 2019 में वानी के घर की तलाशी ली थी.
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अभी हाल में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां में देवेंद्र सिंह, हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नावेद बाबू और रफी अहमद और लॉ स्कूल के ड्रापआउट इरफान अहमद के ठिकानों पर फिर से छापे मारे थे. एनआईए टीम के 20 सदस्य देवेंद्र सिंह के बारे में और अधिक तथ्य जुटाने के लिए कश्मीर पहुंचे थे. सिंह को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों नावेद बाबू और रफी अहमद और इरफान अहमद को 11 जनवरी को जम्मू पहुंचाने के क्रम में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
देवेंद्र सिंह को 11 जनवरी को हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर नावेद बाबू, उसके साथी रफी और इरफान नाम के एक वकील के साथ कुलगाम के पास राजमार्ग पर एक कार से गिरफ्तार किया गया था. देवेंद्र सिंह इरफान के साथ पाकिस्तान यात्रा करने में मदद करने के लिए बाबू को जम्मू ले जा रहा था.
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