उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में पुलिस हिरासत के दौरान एक युवक की मौत हो गई. इस वारदात के बाद जिले के बरौर थाने देर रात जमकर हंगामा हुआ. आरोप है कि पुलिस वालों की पिटाई से युवक की मौत हुई.
कानपुर से साठ किलोमीटर दूर बरौर थाने में जीशान नामक एक युवक को एसओजी किसी मामले में पकड़कर लाई थी. एसओजी ने उसे बारा गांव के पास से उठाया था. पुलिस वाले उससे कोई गुनाह कबूल कराना चाहते थे, जो उसने नहीं किया था. इसी बात को लेकर एसओजी की टीम ने थाने में उसकी जमकर पिटाई की.
उसके थाना पुलिस के कर्मचारियों ने भी एसओजी के साथ मिलकर युवक को पीटा और यातनाएं दी. उसे इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उसकी थाने में ही मौत हो गई. इस बात से पुलिस और एसओजी के हाथ पांव फूल गए. आनन-फानन में उसकी लाश को पोस्टामार्टम के लिए भेज दिया गया.
जब इस बात की ख़बर उसके परिजनों को लगी तो पूरा गांव एक साथ थाने पर टूट पड़ा. बीती रात गुस्साए गांव वालों ने थाने पर जमकर हंगामा किया. घटना की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. मृतक के घरवाले और गांव के लोग दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे. साथ ही मुआवजा की मांग भी जा रही थी.
हालात बेकाबू होते देख अधिकारियों ने गांव वालों को खूब समझाया. पुलिस थाने पर भारी पुलिस बल भी बुला लिया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुष्पाजंलि ने एसओजी की पूरी टीम और थानाध्यक्ष सहित 15 पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया.
एसपी ने इस हत्याकांड की जांच दूसरे सर्किल के डीएसपी से कराने के निर्देष भी दिए. परिजनों के मुताबिक एसओजी के लोग निर्दोष जिशान को फर्जी फंसाना चाहते थे. इसलिए उसकी पिटाई की और उसे मार डाला. आए दिन इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं, जिनमें पुलिस की पिटाई और यातनाओं से लोगों की मौत हो जाती है. कई बार पुलिस अवैध वसूली के लिए भी इस तरह के हथकंडे अपनाती है. फिलहाल, मामले की जांच शुरू हो गई है.