उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक ही परिवार के तीन लोगों ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली. परिवार के मुखिया पति और गर्भवती पत्नी ने अपने बच्चे के साथ जहर खाकर जान दे दी. आत्महत्या की वजह कर्ज बताया जा रहा है.
मामला लखनऊ के थाना मड़ियांव इलाके का है. जहां ओला विहार, सेमरा गढ़ी में रहने वाले 30 वर्षीय इंद्रप्रकाश वर्मा उर्फ बबलू ने अपनी 28 वर्षीय पत्नी कल्पना वर्मा और 13 वर्षीय बेटे रोहताश के साथ जहर खाकर अपने घर में ही खुदकुशी कर ली. उन्होंने दरवाज़ा अंदर से बंद कर रखा था.
सुबह जब घर के तीनों लोग कई घंटे बीत जाने पर भी अपने घर से बाहर नहीं निकले तो पड़ोसियों को शक हुआ. उन्होंने इस बात की जानकारी फोन पर इंद्रप्रकाश के घरवालों को दी. इंद्रप्रकाश का छोटा भाई सूर्यप्रकाश उनके घर पहुंचा. उसने पाया कि घर का दरवाजा अंदर से बंद है.
उसने फौरन इस बात की सूचना 100 नंबर के जरिये पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर जा पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़ा. कमरे में परिवार के तीनों लोगों की लाश पड़ी थी. पास में ही सल्फास के पैकेट भी बरामद हुए. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने बताया कि तीनों ने सल्फास खाकर आत्महत्या की है.
पुलिस के मुताबिक इंद्रप्रकाश मूलरूप से रसूलाबाद, सीतापुर का रहने वाला था. वह अपने परिवार के साथ यहां रहता था. घर से कुछ दूरी पर ही जय मार्केट में उसकी परचून की दूकान थी. उसका बेटा पास ही के एक स्कूल में पढता था. दरअसल, इंद्रप्रकाश ने दुकान और जमीन के लिए बैंक से कर्ज ले रखा था, जिसे वो चुका नहीं पा रहा था.
मृतक के भाई सूर्यप्रकाश का आरोप है कि कर्ज के सिलसिले में ही बैंक मैनेजर उनसे मिलने घर आया था. इसी बात से इंद्रप्रकाश बहुत परेशान था. और इसी वजह से उसने ये कदम उठाया. उसके मुताबिक बैंक वाले आए दिन उस पर कर्ज चुकाने का दबाव बना रहे थे.
पुलिस ने तीनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं. मौके से बरामद सल्फास के पैकेट और खाने के बर्तन भी पुलिस ने जब्त करके जांच के लिए भेज दिए हैं. पुलिस अब मामले की जांच कर रही है.