बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के दारोगा संजय गौड़ के आत्महत्या मामले में सोमवार को नया मोड़ आ गया. मृतक की पत्नी ने साजिशन हत्या और हरिजन अत्याचार का आरोप लगाते हुए सीवान के दरौली थाने में पुलिस को एक शिकायती पत्र सौंपा.
शिकायती पत्र में मृतक दारोगा की पत्नी कल्याणी ने मुजफ्फरपुर के सीनियर पुलिस पदाधिकारियों पर पोस्टिंग के लिए पैसे मांगने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पति को याद करते हुए बेतहाशा रो रही कल्याणी कहती हैं कि मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक ने संजय को एसएचओ बनाने के लिए दस लाख रुपये की मांग की थी.
कल्याणी की मानें तो संजय समय पर पैसे नहीं दे पाए और उन्होंने इस मलाल में आत्महत्या कर ली. फिलहाल कल्याणी की शिकायत के बाद इस मामले में पुलिस प्रशासन पर लगे गंभीर आरोप संबंधित पुलिस अधिकारियों को सवालिया घेरे में खड़ा कर रहे हैं. बहरहाल कल्याणी के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच सीआईडी से करवाने का फैसला किया है.
क्या था मामला
मुजफ्फरपुर के पानापुर ओपी में तैनात 2009 बैच के दरोगा संजय गौड़ ने बीते रविवार अपने साथी के सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. दारोगा के खुदकुशी करने की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. स्थानीय सांसद ओम प्रकाश यादव ने इसे हत्या करार दिया. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य सरकार से मृतक के परिवार के किसी आश्रित को नौकरी देने की मांग की.
घूस लेकर पोस्टिंग की सूचना नहीं
डीआईजी अनिल कुमार सिंह ने इस बारे में कहा कि घूस लेकर पोस्टिंग की कोई सूचना नहीं मिली है. अगर ऐसा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी. सिंह ने आगे कहा, संजय गौड़ का वेतन पिछले पांच महीनों से बंद था, उन पर अनुसंधान में लापरवाही का आरोप लगाया गया था. वहीं संजय को शादी में घर जाने के लिए छुट्टी नहीं दी गई, ये तमाम बातें जांच के दायरे में हैं.