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दिल्ली में मिला अय्याश बाबा का एक और 'पापलोक', कैद मिलीं 21 महिलाएं

इस आश्रम को मेडिकल सेंटर के रूप में चलाया जा रहा था, जहां विजय विहार और अन्य 6 आश्रमों से बीमार महिलाओं को यहां लाया जाता था.

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बाबा एक और रहस्यलोक से उठा पर्दा
बाबा एक और रहस्यलोक से उठा पर्दा

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ढोंगी बाबाओं की फेहरिश्त में शामिल हुआ वीरेंद्र देव दीक्षित का कच्चा चिट्ठा तेजी से खुलता जा रहा है. दिल्ली के उत्तम नगर में इस ढोंगी बाबा के एक और 'पापलोक' का खुलासा हुआ. दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर दिल्ली महिला आयोग की टीम ने शुक्रवार को देर शाम उत्तम नगर स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय पर छापेमारी की.

छापेमारी में DCW की टीम के साथ CWC और दिल्ली पुलिस की टीम भी मौजूद रही. छापेमारी के दौरान पता चला कि 200 गज के इस मकान में अय्याश बाबा ने 21 महिलाओं को कैद रखा था. इनमें 5 नाबालिग लड़कियां भी शामिल हैं.

छापा मारने आई टीम को आश्रम में मौजूद महिलाओं से बात करने पर पता चला कि ज्यादातर महिलाओं की तबीयत खराब है और उनका अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है. बाबा के रहस्यलोक के फैले जाल को देखते हुए CWC शनिवार को फिर उत्तम नगर के इस आश्रम जाएगी और वहां कैद महिलाओं को मुक्त कराया जाएगा.

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गौरतलब है कि रोहिणी के विजय विहार इलाके में स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय पर छापेमारी के दौरान 41 महिलाओं को मुक्त कराया गया. हाई कोर्ट में पेश की गईं इन महिलाओं ने जब अपनी आपबीती सुनाई और DCW की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने आश्रमों की स्थिति बताई तो हाई कोर्ट ने ढोंगी बाबा के सभी आश्रमों पर छापेमारी का आदेश दिया.

अब हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक DCW की टीम बाबा के सभी ठिकानों का पता लगाने में जुट गई है. शुक्रवार को कार्रवाई के लिए टीम शाम करीब 7.0 बजे उत्तम नगर के आश्रम पहुंची और पूरे 5.0 घंटे तक छापेमारी चली. स्वाति मालीवाल के मुताबिक, विजय विहार की तरह की यहां भी महिलाओं को कैद करके रखा गया है.

उत्तम नगर का आश्रम भी पूरी तरह से बंद करके रखा गया था. किसी को भी ऊपर जाने की अनुमति नहीं दी जाती थी. वहीं इस आश्रम को मेडिकल सेंटर के रूप में चलाया जा रहा था, जहां विजय विहार और अन्य 6 आश्रमों से बीमार महिलाओं को यहां लाया जाता था.

उत्त नगर में कैद कई महिलाओं का उपचार इहबास अस्पताल में चल रहा था. वहीं आश्रम से बड़ी मात्रा में दवाइयां और अश्लील किताबें बरामद की गईं. पुलिस ने बरामद सारी सामग्री जब्त कर जांच शुरू कर दी है. उत्तम नगर के आश्रम को पुलिस ने सील कर दिया है. बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.

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अय्याश बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के इस आश्रम का संचालन गुरुमूर्ति नारायण करता था. इमारत के ग्राउंड और पहली मंजिल पर गुरुमूर्ति, उनका पुत्र सत्यनारायण और उसकी पत्नी रहती थी. गुरुमूर्ति का पूरा परिवार वीरेंद्र देव का भक्त है. इसी मकान की ऊपरी दो मंजिलें गुरुमूर्ति ने आश्रम को दान दे रखी थीं, जिसमें 21 महिलाएं अभी भी कैद हैं.

गुरुमूर्ती के अनुसार, उन्होंने 2010 में यह मकान आश्रम को दान दिया था, जिसके बाद से वह कभी ऊपर नहीं गया. क्योंकि वीरेंद्र देव का कहना था कि ऊपर रह रही महिलाओं पर किसी की भी छाया पड़ जाएगी, तो वे अपवित्र हो जाएंगी.

फिलहाल DCW और CWC की टीमों ने आश्रम में कैद महिलओं से पूछताछ की, लेकिन कोई भी अपने घर-परिवार के बारे में कुछ भी बातने में समर्थ नहीं थी. वहीं जब आश्रम की देख-रेख करने वाले गुरुमूर्ति से इस बारे में पूछा गया तो उनके पास किसी भी महिला का कोई रिकार्ड मौजूद नहीं मिला.

दिल्ली महिला आयोग ने सभी महिलाओं का खुद रिकार्ड तैयार किया है और शनिवार को एकबार फिर सीडब्लूसी की टीम उत्तम नगर स्थित इस आश्रम जाएगी और वहां कैद नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराएगी.

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