हिंसा में मारे गए नरेश सैनी के बड़े भाई ने आजतक से कहा, 'मेरा भाई ब्रह्मपुरी इलाके में रोड के किनारे खड़ा था. तभी उसके गोली लग गई. गुरु तेग बहादुर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था, तभी डॉक्टरों ने यह सूचना दी कि बुधवार रात ही उसकी मौत हो गई. नरेश अभी बेहद कम उम्र का था. उसके पीछे उसकी पत्नी और 2 बच्चे हैं. अब परिवार की देखभाल कौन करेगा.'
नरेश सैनी के चचेरे भाई ने कहा, 'अब नेता कहां हैं? कोई विधायक परिवार से मिलने नहीं आया. वे हमसे वोट मांगने आते हैं लेकिन अब वे बेशर्म हो गए हैं, अब तक हमसे नहीं मिले.'
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दिल्ली हिंसा में 32 वर्षीय नरेश सैनी को लगी थी गोली, शव को घर ले जाते परिजन
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जनप्रतिनिधियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश
हिंसा प्रभावित ज्यादातर इलाकों में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. हिंसा प्रभावित इलाकों के लोगों में अपने नेताओं के प्रति गुस्सा है. उत्तर-पूर्वी जिले में कुल 53 लोगों की मौत हो गई. 44 मौतें गुरु तेग बहादुर अस्पताल में हुई हैं. 5 मौतें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हुई हैं. 3 मौतें लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में हुई हैं. जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में भी 1 शख्स की मौत हुई है.