आपने अली बाबा और चालीस चोरों की कहानी तो खूब सुनी होगी. ऐसा ही एक गिरोह दिल्ली में पिछले कई वर्षों से चोरी और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था. इस गिरोह ने अपना सामान छिपाने के लिए एक गुफा को ही ठिकाना बना रखा था. एक पॉश इलाके में मौजूद इस गुफा को देखकर पुलिस भी हैरान रह गई.
मामला दिल्ली के पॉश इलाके चाणक्यपुरी का है. पुलिस के हाथ ऐसे लुटेरों का एक गिरोह लग गया, जो राजधानी में पिछले करीब 10 साल से सक्रिय था. पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए इस गिरोह ने एक खास तरीका निकाला था और वो तरीका था एक गुफा में आसरा लेना. ये गिरोह इसी गुफा में छिपता था और इसी गुफा में लाखों का सामान छिपा कर रखता था.
इस गैंग के सदस्य साऊथ दिल्ली के इलाको में बंद घरों के ताले तोड़कर लाखों की ज्वैलरी और सामान लूटते थे. सुनसान इलाकों में लोगों को अपना शिकार बनाते थे. वारदात को अंजाम देने के बाद ये शातिर चाणक्यपुरी रेलवे स्टेशन के ट्रैक के ऊपर बनी 50 मीटर गहरी गुफा में जाकर छुप जाते थे.
गुफा इतनी संकरी है कि कोई आम आदमी इसमें सांस भी न ले पाए. ये शातिर गिरोह चमगादड़ों के बीच इस गुफा के अलग अलग हिस्सों का इस्तेमाल करता था. इसी गुफा में लूट का सामान रखा जाता था और इसी गुफा में ये नशे की लत को भी पूरा करते थे.
सुनसान जगह होने की वजह से वहां कोई नहीं जाता था. लूटपाट के बाद गिरोह के शातिर यहां अय्याशी भी किया करते थे. गुफा में किसी अपार्टमेंट की तरह इन्होंने अपने कमरे तय कर रखे थे.
दरअसल कुछ दिन पहले पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि चाणक्यपुरी रेलवे ट्रैक के पास कुछ अंजान लोगों का आना जाना रहता है. इसके बाद पुलिस टीम ने ट्रैप लगाया और इस गुफा का पर्दाफाश कर दिया. पुलिस ने मौके से वीरेंद्र, कुनाल, राजू, संतोष, बबलू और आनंद को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने मौके से लैपटॉप, एलईडी, मोटरसाइकिल, कई महंगे मोबाईल फोन और 50 हजार कैश बरामद किया है. इस गिरोह के पकड़े जाने से कई मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है. पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है.