दिल्ली के विकासपुरी में यौन शोषण और अत्याचार की शिकार दो मेड को रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए आजाद कराया गया है. इस मामले में दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस, एसडीएम, एक एनजीओ और लेबर डिपार्टमेंट के साथ सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया. पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर ली है.
जानकारी के मुताबिक, द्वारका के एसडीम जेवी कपिल ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन की अगुवाई की है. इन दोनों लड़कियों को सोमवार की शाम को रेस्क्यू किया गया. प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाला आरोपी अभी फरार है. एक लड़की की उम्र 16 और दूसरी की 18 साल है. दिल्ली महिला आयोग को जस्टिस वेंचर इंटरनेशनल और एक एनजीओ ने सूचना दी थी.
दोनों लड़कियां विकासपुरी के एरिया में अलग-अलग घर में घरेलू सहायिका का काम कर रही थी. एक लड़की ने बताया कि वह जिस घर में काम करती थी, उसके घर का मालिक उसके साथ यौन शोषण करता था. आरोपी रिटायर्ड सिविल इंजीनियर है. उसकी उम्र 64 साल है. यह लड़की जनवरी में ही इसके घर पर काम करने आयी थी.
दूसरी लड़की ने बताया कि वह अक्टूबर 2016 से विकासपुरी में एक घर में काम कर रही थी, लेकिन उसे अभी तक एक भी पैसा नहीं दिया गया था. उसकी सैलरी 5 हजार रुपये फिक्स हुई थी. सैलरी मांगने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी. उससे दिन-रात काम करवाया जाता था. उसे उसके घर पर भी बात नहीं करने दी जाती थी. दोनों लड़कियां वेस्ट बंगाल की हैं.