दिल्ली की बहादुर लड़की के लिए इंसाफ की घड़ी अब करीब है. इंसाफ की जंग में गुरुवार अहम दिन है क्योंकि इस दिन इस दिल्ली पुलिस चार्जशीट कर रही है. दिल्ली के दरिंदों के लिए फांसी चाहते हैं. फांसी से कम कुछ भी नहीं. वैसे तो यह अदालत तय करेगी की इंसान के भेष में उन हैवानों को क्या सजा हो लेकिन बड़ा सवाल ये कि दिल्ली पुलिस जो हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर रही है क्या वो फांसी दिला पाएगी या उसमें है कुछ कमी.
दिल्ली पुलिस की हजार पन्नों की चार्जशीट साकेत कोर्ट में पेश होने के लिए तैयार है.
चार्जशीट में इस बात का जिक्र है कि जैसे ही लड़की अपने दोस्त के साथ मुनिरका में बस पर चढ़ी और टिकट खरीदा, उसके बाद उसके साथ छेड़खानी शुरू हो गई. तीन आरोपी पैसेंजर सीट पर अलग अलग बैठे थे, जिसे उन्होंने मुसाफिर समझा. नाबालिक आरोपी ने उसके साथ छेड़खानी शुरू की. लड़की के दोस्त ने इसे रोकने की कोशिश की तो आरोपियों ने हाथापाई शुरू कर दी. लड़की के दोस्त पर विनय नाम के एक आरोपी ने लोहे के रॉड से हमला किया. चार्जशीट में इस बात का जिक्र है कि आरोपियों का मंशा लड़की और उसके दोस्त को मार डालने की थी. उन्हें मरा मान कर ही आरोपियों ने बस से फेंक दिया था.
जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक चार्जशीट में दरिंदो के खिलाफ मुख्य रूप से नौ धाराएं लगाई गई हैं, ताकि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके. सभी आरोपियों पर गैंगरेप के अलावा हत्या धारा 302, 307, 365, 396, 376 टू जी, 394, 201 और 34 के तहत गैंगरेप के अलावा हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, लूट, डकैती और सबूत नष्ट करने की कोशिश का इल्जाम भी लगाया गया. इन संगीन धाराओं के अलावा दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 377 यानी सोडोमी का भी मामला दर्ज किया.
सूत्रों के हवाले से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक उस लड़की के गुनहगारों को अंजाम तक पहुंचाने में मरने से पहले पुलिस, एसडीएम और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने दिए लड़की के तीनों बयानों की अहम भूमिका होगी.
सूत्रों के मुताबिक लड़की के बयान का सबसे अहम हिस्सा है कि दरिंदगी में सभी शामिल थे और सभी को सजा मिलनी चाहिए. अपने बयान में लड़की ने आरोपियों की दरिंदगी का ब्यौरा दिया और बताया कि अपने बचाव में कैसे उसने तीन आरोपियों को दांत से काटा था.
लड़की को इंसाफ दिलाने के लिए देश भर से उठती आवाज का ही नतीजा रहा कि पुलिस ने अपनी तफ्तीश को जल्द से जल्द अंजाम दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो गवाहों ने इस बात को लेकर गवाही दी कि वारदात के बाद किस तरह राम सिंह ने बस को धो पोंछ कर सबूत मिटाने की कोशिश की.
पुलिस ने चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र किया है कि आरोपियों ने उसके दोस्त से मोबाइल छीन लिया था, जिस पर वारदात के दौरान दो कॉल भी आए. मोबाइल के आधार पर पुलिस ने वारदात के दौरान बस के रुट मैप तैयार कर चार्जशीट में लगाया. सूत्रों के मुताबिक पुलिस के पास शाम साढ़े पांच बजे से लेकर साढ़े आठ बजे तक के उस मॉल की सीसीटीवी फुटेज भी हासिल कर ली है जिस वक्त वो लड़की अपने दोस्त के साथ मौजूद थी.
कहा जा रहा है कि पुलिस ने चार्जशीट तैयार करने के लिए 40 गवाहों का बयान दर्ज किया. सूत्रों के मुताबिक पुलिस अब फोरेंसिक और डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार है. अगर वक्त पर रिपोर्ट मिल जाती है तो इसे चार्जशीट में जोड़ा जाएगा, नहीं तो पुलिस बाद में सप्लिमेंटरी चार्जशीट कोर्ट में पेश करेगी. कहा जा रहा है कि दिल्ली पुलिस चार्जशीट पेश करने से पहले हाईकोर्ट को दिखाएगी, ताकि सबसे बड़ी सजा दिलाने के रास्ते में कोई पेंच न रहे.