दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को उस समय लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा जब वह हाल में बलात्कार की शिकार 23 वर्षीय पीड़ित की मौत पर जंतर-मंतर पर आयोजित शोक समारोह में हिस्सा लेने पहुंची. लोगों का नाराजगी के कारण उन्हें जंतर मंतर से वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा.
जंतर-मंतर पर करीब 500 लोगों ने मृत लड़की के प्रति शोक प्रकट करने के लिए एकत्र हुए थे और जब दोपहर दो बजे शीला वहां पहुंची तब उन्हें लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने उन्हें घेर लिया और जिसके कारण उन्हें लौटने पर मजबूर होना पड़ा.
बहरहाल, जंतर-मंतर छोड़ने से पहले उन्होंने वहां एक मोमबत्ती जलाई और मृतक के प्रति शोक प्रकट किया. एक प्रदर्शनकारी ने पूछा, ‘क्या आप किसी की मौत को राजनीतिक रंग देना चाहती हैं? जब प्रदर्शन शुरू हुआ तब क्यों नहीं आई? जब आपके घर के बाहर प्रदर्शन हुआ तब पुलिस को हमें हटाने को कहा गया.’
कुछ ही मिनट बाद उन्हें पुलिस की सुरक्षा में इलाके से बाहर निकाला गया. गौरतलब है कि शनिवार सुबह 10 बजे से ही लोग जंतर-मंतर पर एकत्र होना शुरू हो गए थे. आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, कुमार विश्वास ने भी मुंह बांध कर और काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.