राजधानी दिल्ली में एक मोबाइल चोर की हत्या का आजीबोगरीब वाकया सामने आया है. मृतक साजिब ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि मोबाइल चुराने की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ सकती है. फिलहाल पुलिस ने जेबकतरे के मोबाइल के जरिए ही आरोपियों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने एक जेबकतरे के कातिलों का पता लगाने के लिए मौका-ए-वारदात से 20 किलोमीटर के एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक कराए. पुलिस के मुताबिक, साजिब की हत्या चार दोस्तों ने मिलकर की, वह भी सिर्फ इसलिए कि साजिब ने इनमें से एक युवक की मोबाइल चुरा ली थी.
पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी में चारों आरोपी जेबकतरे साजिब को कॉलर से पकड़कर अपनी कार की ओर ले जाते हुए दिखाई दिए. कमला मार्केट के SHO ने बताया 20 किलोमीटर एरिया के सारे CCTV चेक कराए गए और घटना की फुटेज हासिल की गई. इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए पुलिस उस जगह पहुंची. जहां चारों दोस्तों ने साजिब की पिटाई की थी.
साजिब पुलिस को घायल अवस्था में मिला. पुलिस ने घायल अवस्था में साजिब को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस ने पहले आरोपियों में शामिल सचिन नाम के युवक को गिरफ्तार किया.
सचिन की निशानदेही पर साजिब की पिटाई करने वाले तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने चारों आरोपियों की पहचान चंडीगढ़ निवासी सचिन, देवव्रत, गुलशन और गोविंद के रूप में की है. पुलिस का कहना है कि चारों दोस्तों ने शराब के नशे में साजिब की जमकर पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई.
दरअसल चारों दोस्त सचिन की कार में सवार होकर चंडीगढ़ से दिल्ली घूमने के लिए आए हुए थे. वे नई दिल्ली स्टेशन के पास पुरानी दिल्ली के व्यस्ततम इलाके जीबी रोड पर घूम रहे थे. इसी दौरान 18 वर्षीय साजिब ने इनमें से एक का मोबाइल चुरा लिया.
लेकिन उन्होंने साजिब को रंगे हाथों पकड़ लिया और उसे पीटते हुए अपनी कार में डालकर ले गए. चारों दोस्तों ने साजिब को आउटर दिल्ली में ले जाकर उसकी जबरदस्त पिटाई की. इस दौरान साजिब के ही मोबाइल से उसके घरवालों को फोन कर उन्होंने 40 हजार रुपए की फिरौती भी मांगी.
इस दौरान साजिब के घर वालों ने पुलिस को इत्तला दी. जेबकतरे के मोबाइल के जरिए ही पुलिस उसके कत्ल के आरोपियों तक पहुंची, लेकिन सवाल फिर उठता है कि आखिर मोबाइल चुराने के लिए क्या किसी की जान ली जा सकती है.