दिल्ली के सरकारी स्कूल में एक मासूम बच्ची के साथ बलात्कार किए जाने का शर्मनाक मामला सामने आया है. जहां स्कूल के एक कर्मचारी ने ही बच्ची के साथ रेप की वारदात को अंजाम दे डाला. बाद में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बच्ची का मेडिकल कराया गया है.
यह शर्मनाक घटना बुधवार दोपहर की है. पीड़ित बच्ची ने इस बारे में घटना के बारे में अपने घरवालों को शुरुआत में कुछ नहीं बताया. लेकिन जब उसकी मां ने बच्ची के कपड़ों पर खून लगा देखा तो बच्ची से पूछताछ की. फिर बच्ची ने अपनी मां को पूरी आपबीती सुनाई. इसके बाद गुरुवार की सुबह परिजन बच्ची को लेकर स्कूल पहुंचे और प्रबंधन को पूरी जानकारी दी.
स्कूल में करीब 1700 बच्चे हैं और 70 टीचर हैं. स्कूल एनडीएमसी का है तो कुछ कर्मचारी एनडीएमसी के भी वहां काम करते हैं. लिहाजा स्कूल के 15 कर्मचारियों को बच्ची के सामने लाकर पहचान कराई गई. लेकिन लड़की ने बताया कि वह कोई घास काटने वाला है, जिसने उसके साथ इस घटना को अंजाम दिया है.
दरअसल पुलिस ऐसा मानकर चल रही थी कि आरोपी ने जानबूझकर लड़की के सामने यह दिखाने की कोशिश की है कि वो घास काटता है. उसने लड़की से फैमिलियर होने की कोशिश की. जब लड़की नर्सरी विंग के पीछे की तरफ झूला झूल रही थी. तभी मौका पाकर आरोपी उसे बहला-फुसलाकर लेकर गया और उसके साथ रेप किया.
दरअसल, इस बच्ची की दो और बहनें फोर्थ क्लास में पढ़ती हैं. यह बच्ची सेकंड क्लास में है. इस बच्ची की छुट्टी 1:30 बजे होती है. जबकि इसकी बहनों की छुट्टी 2:00 बजे के आसपास होती है. नर्सरी विंग की बैक साइड में वाटर टैंक प्लांट लगा हुआ है. वहां पर एक क्वार्टर है. वहीं पर बच्ची के साथ ये रेप की वारदात हुई.
दरअसल, इस घटना को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि स्कूल का कर्मचारी 46 वर्षीय रामआसरे था. वह एनडीएमसी का कर्मचारी है. पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला कि वह पिछले दो माह से स्कूल में काम कर रहा था. पहचान हो जाने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी ने पहले भी की थी रेप की कोशिश
इस मामले में पुलिस जांच में के दौरान हैरान करने वाली बातें सामने आई हैं, जिसमें पता चला है कि आरोपी ने एक दिन पहले भी बच्ची से जबरदस्ती करने की कोशिश की थी. आरोपी ने प्लान बनाकर बच्ची के साथ इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है. जिस वक्त वो बच्ची के साथ दुष्कर्म कर रहा था. उस वक्त उसने बच्ची की आंखों पर पट्टी बांध दी थी.
लेकिन जाते वक्त बच्ची ने अपनी पट्टी उतार कर उस आरोपी को देख लिया था. आरोपी ने बच्ची को धमकाया भी था कि अगर वो किसी को इस बारे में बताएगी तो वो उसके माता पिता की हत्या कर देगा. इसलिए बच्ची ने इस घटना के बारे में स्कूल में पढ़ने वाली अपनी दूसरी बहनों को भी नहीं बताया था. बाद में पूछने पर उसने सारी आपबीती अपनी मां को बताई. तब जाकर ये मामला खुला.
रेप की घटना से भड़का अभिभावकों का गुस्सा
घटना का खुलासा होने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता स्कूल के बाहर जमा हो गए. वो बच्चों की छुट्टी किए जाने की मांग कर रहे थे. कुछ अभिभावकों ने स्कूल के गेट पर चढ़ने की कोशिश भी की. लोगों का गुस्सा बढ़ता देख मौके पर पुलिस बुलाई गई. बड़ी मुश्किल से अभिभावकों को शांत किया गया.
रेप की घटना पर मानवाधिकार आयोग सख्त
सरकारी स्कूल में छह साल की मासूम छात्रा के साथ दुष्कर्म की कथित घटना पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नोटिस जारी कर दिल्ली सरकार और पुलिस कमिश्नर से जवाब मांगा है. दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश और पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के नाम जारी नोटिस में चार हफ्ते में मामले से संबन्धित कई सवालों के जवाब मांगे गए हैं. आयोग ने दोनों AP से पूछा है कि बच्चों की सुरक्षा के तमाम दावों के बावजूद आखिर ये घटना कैसे हुई? आयोग ने मुख्य सचिव के नाम जारी नोटिस में पूछा है कि सरकार अपने स्कूलों के तमाम बच्चों की कस्टोडियन है. उनकी हिफाज़त की ज़िम्मेदारी सरकार की है. आयोग ने ये भी जानना चाहा है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर क्या कोई गाइडलाइन है? क्या उस गाइडलाइन का पालन भी हो रहा है? हो रहा है तो ये घटना कैसे घटी?