दिल्ली के अम्बेडकर अस्पताल में पुलिस कस्टडी में मौजूद एक बंदी की एक दूसरे बदमाश ने जान लेने की कोशिश की. लेकिन वो बाल-बाल बच गया. दरअसल, एक पुलिसकर्मी की नजर हमला करने आए बदमाश पर पड़ गई. इससे पहले कि वो फायर करता, पुलिसकर्मी ने तेजी दिखाते हुए उसे धरदबोचा.
वारदात शुक्रवार की दोपहर करीब 1 बजे की है. जानकारी के मुताबिक पुलिस की टीम एक मुल्जिम कर्मवीर उर्फ काजू का मेडिकल कराने रोहिणी के अम्बेडकर अस्पताल पहुंची थी. तभी एक शख्स ने कर्मवीर को निशाना बना कर गोली चलानी चाही. लेकिन इसके पहले की वो गोली चला पाता, एक पुलिस वाले की निगाह उस पर पड़ गई.
तभी पुलिस वाले ने उस हमलावर को दबोच लिया. पकड़ में आए हमलावर की पहचान प्रसन्नजीत झा उर्फ चिकना के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक जब पुलिस की टीम कर्मवीर को मेडिकल कराने कि लिए लेकर अस्पताल पहुंची तो प्रसन्नजीत पहले से ही वहां उनका इंतजार कर रहा था.
कर्मवीर को देखते ही वो अपनी रिवाल्वर कॉक करने लगा, तभी एक पुलिसवाले की निगाह रिवाल्वर कॉक कर रहे प्रसन्नजीत पर पड़ गई. उसने फौरन उसकी रिवाल्वर पकड़ ली, इतने में ही बाकी के पुलिसवालों ने उसे दबोच लिया.
पूछताछ में पता चला कि प्रसन्नजीत टिल्लू गैंग का शूटर है. अंदेशा है कि उसी ने प्रसन्नजीत से कर्मवीर को ठिकाने लगाने के लिए कहा था. कर्मबीर बंटू मान नाम के एक शख्स की हत्या के आरोप में जेल में बंद है. बंटू मान की चार जनवरी को रोहिणी इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
पुलिस को शक है कि उसी कत्ल का बदला लेने के लिए कर्मबीर पर हमले की कोशिश की गई है. अब पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर रही है. पुलिसकर्मी की चौकसी से एक बड़ी वारदात होने से बच गई.