दिल्ली के सुल्तानपुरी में हुए सड़क हादसे के मामले में नया खुलासा हुआ है. पुलिस को जांच में पता चला है कि अंजलि सिंह स्कूटी पर अकेली नहीं थी, उसके साथ एक और लड़की मौजूद थी. इसी दौरान दोनों का आरोपियों की कार से एक्सीडेंट हुआ था. बताया जा रहा है कि पुलिस ने लड़की की पहचान कर उसके बयान दर्ज कर लिए हैं.
पुलिस ने जांच के दौरान जब अंजलि का रूट ट्रेस किया, तो पता चला कि स्कूटी पर वह अकेली नहीं थी. वह एक्सीडेंट के वक्त अपनी सहेली के साथ थी. तभी उसकी स्कूटी का कार से एक्सीडेंट हो गया. एक्सीडेंट के दौरान दूसरी लड़की को थोड़ी चोट आई और वह अपने घर चली गई. लेकिन अंजलि का पैर गाड़ी के एक्सेल में फंस गया, जिसके बाद कार मैं बैठे आरोपी अंजलि को 13 किमी तक घसीटते रहे.
कंझावला केस में ये बेहद हैरान करने वाली बात सामने आई है, क्योंकि इस मामले में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने ब्रीफिंग में अंजलि के एक्सीडेंट के बारे में बताया था. लेकिन तब तक उन्हें दूसरी लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. लेकिन अब पुलिस ने लड़की के बयान दर्ज कर लिए हैं. दिल्ली पुलिस अब लड़की का 164 का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज करवाएगी.
1 जनवरी को मिला था अंजलि का शव?
दिल्ली के कंझावला में रविवार तड़के एक युवती का नग्न अवस्था में शव मिला था. बॉडी के कई हिस्से क्षत-विक्षत हो थे. पुलिस का दावा है कि कार सवार 5 युवकों ने एक युवती को टक्कर मारी, फिर सड़क पर 4 किमी तक घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. दिल्ली पुलिस ने शव मिलने के बाद जांच की तो घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर पुलिस को एक स्कूटी भी पड़ी मिली, जो दुर्घटनाग्रस्त थी. स्कूटी के नंबर के आधार पर युवती के बारे में पता किया गया.
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि वे नशे में थे. एक्सीडेंट के बाद लड़की का पैर उनकी कार में फंस गया, उन्हें पता ही नहीं चला. लेकिन जब पता चला, तब तक लड़की की मौत हो चुकी थी. ऐसे में वे डरकर शव को सड़क पर छोड़कर भाग गए.
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवाल
मृतक युवती के मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं हूं. डीसीपी ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है. इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया? ये केस निर्भया से मिलता-जुलता है. हम 100 प्रतिशत कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है. स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में देरी लगेगी. इस बीच, कार्रवाई में ढिलाई हो सकती है.