दिल्ली से सटे नोएडा में एक महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, पीड़िता के जेठ ने साथी के साथ मिलकर कार में वारदात को अंजाम दिया. नोएडा के गिझोड़ से ग्रेटर नोएडा के दादुपुर ड्रॉप करने के नाम पर दोनों युवक महिला को घर से ले कर आए थे. रास्ते में सूरजपुर इलाके के तिलपता स्थित कंटेनर डिपो में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी संदीप ओला कैब का ड्राइवर है. उसने ओला कैब में ही गैंगरेप किया. घटना के बाद सूरजपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ये वारदात 14 अप्रैल रात 10 बजे की है. हाल ही में 4 अप्रैल को लॉकडाउन के बीच नोएडा में आठ साल की मासूम के साथ रेप का मामला सामने आया था. बच्ची गंभीर हालत में सलारपुर गांव के पास झुग्गियों में मिली थी. उसे इलाज के लिए चाइल्ड पीजीआई में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था. इस मामले में पुलिस ने 19 साल के एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
तुगलकाबाद में मां-बेटे की लात घूसों से जमकर पिटाई
देशी की राजधानी दिल्ली के लोगों में गुस्सा इस कदर भरा हुआ कि लोग छोटी-छोटी बातों को लेकर मरने-मारने पर उतारू हो जाते है. ऐसी घटना गोविंदपुरी इलाके में घटी है. जहां कुमकुम नाम की महिला किराए पर रहती है, कुछ लोगों ने सिर्फ इस बात पर मारपीट की कि उसने सीढ़ी के रास्ते मे सामान की बोरी रख दी थी.
बात इतनी बढ़ गई कि दूसरी फ्लोर पर रहने वाले लोगों ने कुमकुम और उसके बेटे की लात घूंसों से बुरी तरह पिटाई की और पत्थर उठाकर कुमकुम के सिर पर कई बार हमला किया जिससे वो बुरी तरह घायल हो गई. पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई. फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
लॉकडाउन के दौरान जघन्य अपराधों में चार गुना कमी
लॉकडाउन में दिल्ली में अपराध में कमी आई है. कत्ल के मामलों मे तीन गुना कमी आई है तो वहीं रेप के मामलों में 5 गुना कमी आई है. दिल्ली पुलिस के आंकड़ों को मुताबिक, 01 से 15 अप्रैल 2019 में जहां 19 कत्ल हुए थे वो इस दौरान 2020 में कम होकर 4 हो गए, जबकि कत्ल की कोशिश के 2020 में 23 तो लॉकडाउन के दौरान 8 मामले सामने आए हैं.
एक अप्रैल से 15 अप्रैल 2019 के बीच रेप के 93 मामले थे, जबकि 01 से 15 अप्रैल 2020 के बीच रेप के 21 मामले दर्ज हुए हैं. 1 अप्रैल से 15 अप्रैल 2019 के दौरान लूट के 84 जबकि लॉकडाउन में लूट के 32 मामले सामने आए.एक से 15 अप्रैल 2019 में किडनैपिंग की 1 घटना हुई जबकि लॉकडाउन में कोई किडनैपिंग नहीं हुई.
हैरानी की बात ये भी है कि एक से 15 अप्रैल 2019 में स्नेचिंग के 321 जबकि लॉकडाउन में 68 हुए. 01 अप्रेल से 15 अप्रैल 2019 में 115 चोरी की वारदात हुई, जबकि लॉकडाउन में 33 घरों में चोरियां हुईं. एक से 15 अप्रैल 2019 में सड़क हादसे में मौत के 38 मामले रहे, जबकि लॉकडाउन में 01 अप्रैल से 15 अप्रैल 2020 के दौरान एक्सीडेंट में नौ लोगों की मौत हुई.