दिल्ली में एक पार्क में टहल रही 45 वर्षीय महिला पत्रकार पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया. इस हमले में वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई. उन्हें इलाज के लिए दीप चंद अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें दूसरे अस्पताल में रैफर कर दिया गया. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
मामला उत्तर पूर्व दिल्ली के अशोक विहार इलाके का है. पुलिस ने बताया कि घटना बुधवार शाम की है, जब अपर्णा कालरा नामक महिला पत्रकार इलाके के लोकप्रिय पार्क पिकनिक हट में टहलने गई थीं. उस वक्त सामान्य तौर पर पार्क में भीड़भाड़ रहती है. तभी उन पर हमला किया गया.
अपर्णा के रिश्तेदार एचसी भाटिया ने बताया कि वह कल शाम को पार्क में टहलने गई थीं, जो उनके घर से दो मिनट की दूरी पर है. वह छह बजे से सवा छह बजे के बीच प्रतिदिन पार्क में जाती हैं और अंधेरा होने से पहले तकरीबन शाम सात बजे तक लौट आती हैं.
मगर बुधवार की शाम पत्रकार के परिवार को साढ़े सात के करीब दीप चंद अस्पताल और पुलिस की तरफ से फोन आया कि अपर्णा को जख्मी हालत में अस्पताल लाया गया है. उनके परिजन फौरन अस्पताल पहुंच गए. जहां अपर्णा को अचेत हालत में पाया गया. उनके सिर और नाक से खून बह रहा था.
जब उन्हें होश आया तो उन्होंने बताया कि उन पर हमला हुआ था. बाद में उन्हें शालीमार बाग स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कल रात उनकी सर्जरी की गई है. फोर्टिस अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि कालरा की हालत ‘‘फिलहाल स्थिर’’ है लेकिन चूंकि उनकी गंभीर सर्जरी हुई है, उनकी हालत पर नजर रखी जा रही है.
उनके रिश्तेदारों ने बताया कि अपर्णा के सिर पर गंभीर जख्म आए हैं. उन पर लोहे की छड़ से हमला किया गया था और उनके सिर की हड्डी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. पुलिस ने बताया कि अभी तक कोई भी चश्मदीद सामने नहीं आया है. उनके परिवार के सदस्यों को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस वारदात के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं कि मसलन आख़िरकार अपर्णा पर हमला करने वाले कौन थे? क्या अपर्णा कालरा की किसी से दुश्मनी थी? बदमाशों का हमला करने का मकसद क्या था?
क्योंकि अपर्णा के पास हमले के वक़्त ना तो पर्स था और ना ही मोबाइल. क्या हमलावर अपर्णा की हत्या करना चाहते थे. पुलिस के लिए ये सारे सवाल चुनौती बने हुए हैं. फिलहाल इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं.